सोमवार को पद्म श्री से नवाजी गईं अरुणिमा ने कहा कि यह प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान मिलने से वह खुश हैं और देश और मीडिया की आभारी हैं जिन्होंने मुश्किलों में समय उनका समर्थन किया.
राष्ट्रीय स्तर की वॉलीबॉल खिलाड़ी अरुणिमा को 2011 में सीआईएसएफ में शामिल होने के लिए परीक्षा देने के लिए जाते वक्त चलती ट्रेन से चोरों ने बाहर फेंक दिया था क्योंकि उन्होंने उनसे पर्स और चेन छीनने के प्रयास का विरोध किया था.
इस घटना में अरुणिमा को अपना एक पैर गंवाना पड़ा. इस घटना के दो साल के भीतर अरुणिमा प्रतिष्ठित पर्वतारोही बछेंद्री पाल से ट्रेनिंग लेने के बाद 17 घंटे में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने में सफल रहीं.
इनपुट- भाषा