पुड्डुचेरी में उपराज्यपाल किरण बेदी और मुख्यमंत्री नारायणसामी के बीच बढ़ते तनाव के बाद दिल्ली प्रदेश के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस को निशाने पर लिया है. दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार और एलजी के बीच झगड़ा काफी पुराना है. इसी का हवाला देते हुए केजरीवाल कांग्रेस से सवाल पूछ रहे हैं.
यहां हम आपको बताते चलें कि पुड्डुचेरी में कांग्रेस के सीएम और केंद्र की बीजेपी सरकार की तरफ से नियुक्त की गईं एलजी किरण बेदी के बीच कामकाज को लेकर आए दिन विवाद देखने को मिलता है. वहां की स्थिति कुछ-कुछ वैसी ही है जैसी दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की एलजी के साथ है. इस पर केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए पूछा कि "कांग्रेस को तय करना चाहिए कि क्या एलजी का चुनी हुई सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप अच्छा या बुरा है. आखिर एलजी का हस्तक्षेप दिल्ली में अच्छा और पुड्डुचेरी में खराब कैसे हो सकता है".
आम आदमी पार्टी को फिलहाल कांग्रेस पर आक्रामक होते देखा जा सकता है. अरविंद केजरीवाल के मीडिया सलाहकार नागेंद्र शर्मा भी ट्वीट करके लिखते हैं कि "कांग्रेस रचनाकार है सरकार या एलजी कार्यालय का दुरुपयोग करने में. बीजेपी ने कांग्रेस से ही सीखा है कि कैसे चुनी हुई सरकार को परेशान किया जाए. फिलहाल पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री इसे कठिन तरीके से सीख रहे हैं".
हालांकि ये बेहद दिलचस्प है कि दिल्ली एलजी का बीजेपी कनेक्शन बताने वाली आम आदमी पार्टी के निशाने पर कांग्रेस आ गई है. इससे पहले अरविंद केजरीवाल और 'आप' नेता दिल्ली में एलजी को पीएम मोदी का एजेंट बताकर सरकार के कामकाज में अड़ंगा डालने के आरोप अक्सर लगाते आए हैं.
दिल्ली सरकार की दिक्कतों पर क्या बोले आशुतोष?
आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष पुड्डुचेरी में किरण बेदी और नारायणसामी के बीच चल रही तनातनी के हवाले से दिल्ली के एलजी पर हमला बोल रहे हैं. वे कहते हैं कि दिल्ली के भीतर एलजी के माध्यम से बीजेपी ठीक उसी तरह से सरकार को सुचारू ढंग से चलने नहीं दे रही जिस तरह पुड्डुचेरी में कांग्रेस. ऐसे में देखा जाए तो कांग्रेस दिल्ली में एलजी को सपोर्ट करना बीजेपी को सपोर्ट करना है.
नौकरशाहों के सहयोग व असहयोह पर भी बोले...
आशुतोष कहते हैं कि दिल्ली में बीजेपी की ओर से जानबूझकर नौकरशाहों को मैसेज दिया जा रहा है कि AAP सरकार के साथ कोऑर्डिनेट न किया जाए. वे कहते हैं कि यह तो जनता की चुनी हुई सरकार पर निर्भर करता है कि वह कैसे सरकार चलाए. उनके कहे अनुसार बीजेपी ने दिल्ली में ऐसी स्थिति पैदा कर दी है कि प्रदेश के नौकरशाह काम करने को तैयार ही नहीं हैं. ऐसे में काम बढ़ाने के लिए उन्हें कोई न कोई रास्ता तो निकालना होगा.
वे आगे कहते हैं कि दिल्ली सरकार में होने वाला काम, नौकरशाही के साथ संबंध और अधिकारियों से लिया जाने वाला काम सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है. पार्टी उस पर टिप्पणी नहीं करना चाहती. हालांकि वे केन्द्र सरकार द्वारा दिल्ली के नौकरशाहों की धमकी को बंद करने की बात कहते हैं. वे इसी क्रम में कहते हैं कि नौकरशाह दिल्ली सरकार के साथ काम करना चाहते हैं लेकिन उनका भी अपना कैरियर है.
वे अंत में आपातकाल का जिक्र करते हैं. वे कहते हैं कि इन दिनों हर विपक्षी पार्टी को टारगेट किया जा रहा है. पुलिस, इनकम टैक्स, आई.बी और सीबीआई का इस्तेमाल विपक्षी पार्टियों को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जा रहा है.