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अरविंद केजरीवाल ने योगेंद्र-प्रशांत पर किए ये 10 वार...

आम आदमी पार्टी ने रविवार को अरविंद केजरीवाल के उस भाषण का वीडियो जारी कर दिया है जो उन्होंने शनिवार को पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में दिया था. इसी बैठक के दौरान जबरदस्त हंगामा हुआ था और 21 सदस्यों वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव, अजीत झा और प्रोफेसर आनंद कुमार को बाहर का रास्ता दिखा दिया था. हम आपको बताते है केजरीवाल के उन 10 वार के बारे में जो उन्होंने अपने भाषण के दौरान अपने विरोधियों पर किए.

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केजरीवाल का बागियों पर 10 वार
केजरीवाल का बागियों पर 10 वार

आम आदमी पार्टी ने रविवार को अरविंद केजरीवाल के उस भाषण का वीडियो जारी कर दिया, जो उन्होंने शनिवार को पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में दिया था. इसी बैठक के दौरान जबरदस्त हंगामा हुआ था और 21 सदस्यों वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव, अजीत झा और प्रोफेसर आनंद कुमार को बाहर का रास्ता दिखा दिया था. हम आपको बताते है केजरीवाल के उन 10 वार के बारे में, जो उन्होंने अपने भाषण के दौरान अपने विरोधियों पर किए.

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पहला वार:
पिछले एक साल से जितनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई है, हर मीटिंग में लड़ाई हुई है. मैं आपसे निवेदन करता हूं कि आज आपको चुनना है. या तो आप मुझे चुन लीजिए या इन्हें चुन लीजिए. अगर आप इनको चुनते हैं, तो मैं पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दूंगा.

दूसरा वार:
प्रशांत भूषण ने कई बार लोगों से बोला कि हम चाहते हैं कि पार्टी हार जाए, तब ही पार्टी को सबक मिलेगा और मंथन होगा. जिस वक्त पार्टी के बड़े नेताओं को चुनाव प्रचार करना चाहिए था, उस वक्त वो प्रशांत भूषण को मनाने में लगे थे. मुझे हमेशा धमकी दी जाती थी कि हमारी बात मानो, नहीं तो हम पार्टी बर्बाद कर देंगे. मुझे मुख्यमंत्री पद का लालच नहीं था. मैं चाहता था ये लड़ाई खत्म हो जाए.

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तीसरा वार:
मैंने इस पार्टी को बनाने में अपनी जान दांव पर लगाई है. इस पार्टी को अपने खून से सींचा है. इस पार्टी को मेरे से छीन लो, लेकिन इस पार्टी की जान मत मारो. मैं प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव से लड़ने नहीं आया. मैं बाहर के भ्रष्टाचारियों के साथ लड़ने आया हूं.

चौथा वार:
मैं कोर्ट में था. जज ने कहा बेल ले लो. मैंने कहा बेल नहीं लूंगा. जज ने फिर कहा, पर्सनल बॉन्ड भर लीजिए. मुझे इसकी जानकारी नहीं थी. मैंने प्रशांत भूषण की ओर देखा. उन्होंने ना का इशारा किया. फिर मैंने जज को इसके लिए भी मना कर दिया. फिर जज ने आदेश दिया कि मुझे गिरफ्तार कर के तिहाड़ जेल भेज दिया जाए. मैं प्रशांत के सिर्फ एक इशारे पर जेल तक चला गया.

पांचवा वार:
योगेंद्र यादव पिछले एक साल से हरियाणा के प्रभारी थे, लेकिन उनकी काम करने की मंशा नहीं थी. हमने योगेंद्र यादव की कई बातें मानी लेकिन योगेंद्र हरियाणा में अपनी मनमानी करना चाहते थे.

छठा वार:
दिल्ली में हमारी भारी जीत के बाद बीजेपी और कांग्रेस बुरी तरह हिल गई, लेकिन उन्हें ज्यादा दिन परेशान नहीं होना पड़ा. उनका काम हमारे अपनों ने ही कर दिया. पिछले कुछ दिनों में हमारी पार्टी में जो कुछ भी हुआ इसका फायदा नरेंद्र मोदी, बीजेपी और कांग्रेस को मिला. विपक्ष के मंसूबों को हमारी पार्टी के बागियों ने पूरा कर दिया.

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सातवां वार:
चुनाव जीतने के बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई, उसमें मैं शामिल नहीं हुआ था. लेकिन मुझे बताया गया कि उस बैठक में मुझे निशाना बनाया गया था. आरोप लगाए गए कि सारा चुनाव केजरीवाल के नाम पर क्यों लड़ा गया.

आठवां वार:
जब सारी दिल्ली ने हमारा साथ दिया, तब हमारे ही कुछ लोगों ने हमें धोखा दिया. हमारे ही कुछ साथियों ने हमारे पीठ में छुरा भोंक दिया. चुनाव में हमें हराने की साजिश की.

नौवां वार:
हमारे खिलाफ अखबारों में स्टोरी प्लांट की गई. मेरे खिलाफ कई गलत बातें छापी गईं. बाद में जब पत्रकार से पूछा गया तो उसने कहा कि योगेंद्र यादव ने हमें बुला कर केजरीवाल के खिलाफ बातें की थीं. दो टीवी चैनल के एडिटर ने भी मुझसे कहा कि योगेंद्र यादव ने हमसे केजरीवाल के खिलाफ खबर चलाने की बात की थी.

दसवां वार:
दिल्ली चुनाव में हमें हराने की पूरी साजिश की गई. 'आवाम' नाम की संस्था खड़ी की गई, जिसे बागियों ने समर्थन दिया. बाद में पता चला कि 'आवाम' के लोग बीजेपी पूर्व सदस्य थे.

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