वित्त मंत्री अरुण जेटली बनाम अरविंद केजरीवाल और आप नेताओं के खिलाफ मानहानि मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने केजरीवाल की खिंचाई की और उनके वकील अनूप जार्ज चौधरी से कहा कि आप केवल प्रासंगिक सवाल ही पूछें. साथ ही यह भी सलाह दी कि अगली तारीख पर सवाल नए सिरे से तैयार कर के लाएं.
हाईकोर्ट के सामने सोमवार को सुनवाई के दौरान करीब 30 सवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के वकील ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से पूछे, लेकिन उनमें से महज 3 सवालों के जवाब जेटली ने दिए.
जेटली ने आरोप लगाया कि कहा कि उन पर जो आरोप लगाए गए हैं वो भ्रष्टाचार से जुड़ा है लेकिन कोई भी सवाल भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ नहीं है. मामले की अगली सुनवाई अब 20 फरवरी को होगी.
सुनवाई के दौरान कई सवालों का जेटली ने सीधे तौर पर विरोध करते हुए कहा, "मानहानि के मामले से इन सवालों का कोई लेना-देना ही नहीं है." इस पर कोर्ट ने केजरीवाल के वकील को फटकार लगाते हुए कहा कि दस्तावेजों के कॉन्टेंट से जुड़ी जानकारी को सवालों के तौर पर नहीं पूछा जा सकता. जेटली ने यहां तक कहा कि उनके और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार को लेकर जिस तरह के आरोप लगाए गए हैं उससे जुड़ा सवाल अब तक के क्रॉस एग्जामिनेशन में उनसे नहीं पूछा गया है.
इससे पहले पिछले हफ्ते अरुण जेटली के केजरीवाल पर मानहानि के मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने केजरीवाल के वकील को एक दिन में जेटली के क्रॉस एग्जामिनेशन को पूरा करने के जॉइंट रजिस्ट्रार के आदेश को निरस्त कर दिया था और कोर्ट ने केस को जॉइंट रजिस्ट्रार के पास से अपने पास ले लिया.