दिल्ली में शानदार प्रदर्शन से उत्साहित आम आदमी पार्टी का एजेंडा अब नेशनल हो गया है. पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इसकी रणनीति पर ज्यादा कुछ तो नहीं कहा पर इशारों-इशारों में अन्य राजनीतिक पार्टियों के 'ईमानदार' नेताओं से विद्रोह की अपील करके अपने विपक्षियों की मुश्किलें जरूर बढ़ा दी हैं.
मंगलवार को जब केजरीवाल मीडिया से रूबरू हुए तो सबसे पहले उन्होंने दिल्ली में बीजेपी को समर्थन देने की अटकलों को खारिज किया. आपको बता दें कि केजरीवाल अपनी ही पार्टी के नेता प्रशांत भूषण के बीजेपी को सरकार बनाने के लिए सशर्त समर्थन देने की बात पर सफाई दे रहे थे.
इसके बाद उन्होंने पार्टी के नेशनल एजेंडे पर कहा, 'दिल्ली के लोगों ने पूरे देश को एक नई उम्मीद दी है. ये हमारी लड़ाई नहीं है. हमारी पार्टी तो बहुत छोटी पार्टी है. देश के सारे अच्छे लोगों से अपील करता हूं कि वे आगे आएं और हमसे जुड़ें. ये ऐतिहासिक मौका है बदलाव का. मौजूदा राजनीतिक पार्टियों में भी कुछ ईमानदार लोग हैं. वो घुटन महसूस कर रहे हैं. उनसे अपील है कि अपनी पार्टी में विद्रोह करें और उन्हें सुधारें या फिर पार्टी छोड़कर हमारे साथ जुड़ जाएं.'
केजरीवाल ने अपनी पार्टी के विधायक धर्मेंद्र कोली पर लग रहे आरोपों के सवाल पर कुछ ऐसा बोला जो सियासत में शायद ही कभी देखने को मिला है. केजरीवाल ने सार्वजनिक तौर पर सीमापुरी के नए विधायक धर्मेंद्र कोली की खिंचाई भी की और फिर उसे 'बच्चा' बताते हुए यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप को खारिज भी किया.
धर्मेंद्र कोली का विजय यात्रा निकालना बिल्कुल गलत
केजरीवाल ने कहा, 'धर्मेंद कोली और उनकी टीम धींगान साहब के घर के सामने से विजय यात्रा निकाल रहे थे, ऐसा करना बिल्कुल गलत है. किस की विजय यात्रा. ये किसी शख्स की जीत नहीं है. केजरीवाल या धर्मेंद्र कोली नहीं जीता है बल्कि आम जनता जीती है. जीत के बाद पटाखे छोड़ना और डांस करना बिल्कुल गलत है. पार्टी इस घटना को लेकर सख्त है. उन्हें चेतावनी दी जाएगी कि आगे से ऐसी हरकतें न करें. उसकी बहन देश के लिए लड़ते-लड़ते मर गई. उसे इस बात को समझना चाहिए.'
वो बच्चा है... पटाखे छोड़ रहा था, छेड़छाड़ की बात बिल्कुल गलत
केजरीवाल ने आगे कहा, 'उसके ऊपर जो छेड़छाड़ का आरोप लगा है, वो बिल्कुल गलत है. वो बच्चा है...पटाखे-वटाखे छोड़ रहा था. उसे चेतावनी दी जाएगी, समझाएंगे कि आगे से ऐसा न करे. सेवा करने से नाम ऊंचा होता है, पटाखे छोड़ने से नहीं.'