दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 10 सितंबर से एक बार फिर विपासना के लिए जाएंगे. केजरीवाल हर साल सेहत दुरुस्त रखने के लिए दुनिया की सबसे प्राचीनतम स्वास्थ्य पद्धति विपासना के लिए अलग-अलग जगहों पर जाते रहे हैं. इस बार अरविंद केजरीवाल 10 सितंबर को महाराष्ट्र में मुंबई के नजदीक इगतपुरी में विपासना केंद्र में जाएंगे जहां वह 10 दिन तक रहेंगे.
पिछले साल भी अगस्त महीने में केजरीवाल विपासना के लिए हिमाचल प्रदेश गए थे. वे अपनी खांसी के इलाज के लिए बेंगलुरु के नेचुरोपैथी सेंटर और विपासना जैसे प्राचीनतम पद्धतियों पर ज्यादा भरोसा करते हैं. केजरीवाल की गैर मौजूदगी में दिल्ली में सरकार चलाने की जिम्मेदारी उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया संभालेंगे.
हाल ही में दिल्ली के बवाना विधानसभा उपचुनाव में आम आदमी पार्टी समेत खुद केजरीवाल ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था. चुनाव जीतने के बाद शरीर और मन की थकान के लिए केजरीवाल हर साल की तरह 10 दिन के अवकाश पर विपासना के लिए जाएंगे.
इन 10 दिनों तक दिल्ली के मुख्यमंत्री को ना ही अखबार मयस्सर होगा ना ही विपासना केंद्र में उन्हें TV या मोबाइल फोन इस्तेमाल करने की इजाजत भी नहीं होगी. 10 दिनों के विपासना सत्र के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को किसी से बात करने तक की इजाजत भी नहीं होगी.
सोमवार को ही उन्होंने ढाई साल में पहली बार मुख्यमंत्री के अलावा किसी विभाग की जिम्मेदारी ली और आला अधिकारियों को तलब कर रिपोर्ट भी मांगी. विपासना सत्र के बाद केजरीवाल क्या फिर किसी नई राजनीतिक लड़ाई का आगाज करेंगे यह उनके आने के बाद ही पता चलेगा.