असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा कि 11 घंटे तक कॉर्प्स कमांडर की बात चली, लेकिन क्या बीजेपी की सरकार ने इसके बारे में कुछ कहा है? चीन के विदेश मंत्रालय ने इसको लेकर बयान जारी कर दिया है.
The two Corps Commanders met for 11 hours yesterday but @BJP4India govt has said nothing about about it. Chinese foreign ministry spokesperson has already spoken about it. What are you waiting for before giving our side of the story? What are you hiding?
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 23, 2020
ओवैसी ने पूछा कि फिर मोदी सरकार किस बात का इंतजार कर रही है, हमें अपना पक्ष रखना चाहिए. सरकार क्या छुपाना चाह रही है. बता दें कि इससे पहले भी असदुद्दीन ओवैसी लगातार सरकार से मांग करते रहे हैं कि बॉर्डर पर जो भी चल रहा है उसकी स्पष्ट जानकारी देश को देनी चाहिए.
चीन के पुराने नक्शे भी करते हैं गलवान घाटी पर भारतीय दावे का समर्थन
आपको बता दें कि गलवान घाटी में बीते हफ्ते दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे. इसी के बाद से दोनों देशों में तनाव बरकरार है और शांति स्थापित करने की कोशिशें की जा रही हैं.
सोमवार को इसी कड़ी में फिर दोनों सेनाओं के अफसर बैठे थे, ये चर्चा 11 घंटे से भी अधिक देर तक चली थी. माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच सेनाओं को पीछे हटाने पर सहमति बन चुकी है, भारत चीन के सामने मांग रखता रहा है कि अप्रैल से पहले की स्थिति लागू होनी चाहिए.
हालांकि, 15 जून से पहले भी चीन ने वादा किया था कि वह अपनी सेना को पीछे हटाएगा, लेकिन इस बार वह कितना अपनी बात पर खरा उतरता है ये देखना होगा.