कॉरपोरेट टैक्स घटाए जाने पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. ओवैसी ने ट्वीट कर सवाल उठाया कि बड़े पैमाने पर बेरोजगारी के साथ आर्थिक संकट के बीच भारी टैक्स और सेवा शुल्क से किसे राहत मिलेगी? ओवैसी ने सवाल किया कि राहत की जरूरत किसे है, उद्योगपतियों या कामकाजी लोगों को?
इसके साथ ही ओवैसी ने अपने ट्वीट में लिखा, 'गरीबों को लूटो, अमीरों को दो इनाम.' असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि कॉरपोरेट जगह को दिया लोन माफ किया जा रहा है, जबकि कर्ज में डूबे किसानों और बेरोजगार युवकों को एजुकेशन लोन खुद ही अदा करने के लिए कहा जा रहा है. आपको बता दें कि शुक्रवार को अर्थव्यवस्था को सुस्ती से उबारने के लिए मोदी सरकार ने कार्पोरेट्स को एक लाख 45 हजार करोड़ रुपये के प्रोत्साहन देने का ऐलान किया.
The government had already foregone ₹ 1. 08 lakh crore in revenue, so why increase it even further? Why is there no “stimulus package” for working families, including reduction in tax rates?
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 20, 2019
आर्थिक सुस्ती को लेकर असदुद्दीन ओवैसी पहले भी मोदी सरकार को घेर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आर्थिक संकट, गरीबी और बेरोजगारी जैसे अहम मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए 'गाय' और 'ओम' के बारे में बात कर रहे हैं. मोदी गिरती वृद्धि दर और लोगों के बेरोजगार होने पर बात नहीं करना चाहते हैं.
ओवैसी उत्तर प्रदेश के मथुरा में पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम की शुरुआत पर मोदी के बयान पर यह पलटवार किया था. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा था कि कुछ लोगों को गाय और ओम शब्द सुनकर करंट लगता है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है.