ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी एक बार फिर अपने विवादित बयान के कारण चर्चा में हैं. महाराष्ट्र के बीड़ में रविवार को एक रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि अगर तुम्हें (मुस्लिम) जिंदा रहना है तो अपने हक के लिए लड़ो और सिर्फ अपने लोगों को जिताओ. ओवैसी का ये बयान सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है.
इससे पहले भी ओवैसी कई बार अपने आक्रोशित बयानों के कारण चर्चा में रह चुके हैं. अपने भाषण के दौरान ओवैसी के निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी रहे. उन्होंने कहा कि अगर मुसलमान देश में राजनीतिक शक्ति बनेंगे तभी लोकतंत्र सुरक्षित रह पाएगा.
I want to tell you that if you want to keep secularism alive then fight for your rights, became a political power, vote for your (muslim) candidates. If Muslims become a political power, secularism and democracy will be strengthened: AIMIM Chief Aasaduddin Owaisi (24.06.18) pic.twitter.com/zKkIDu6v0E
— ANI (@ANI) June 25, 2018
ओवैसी ने पीएम मोदी से सीधा सवाल दागते हुए कहा कि हिंदुस्तान के वजीर-ए-आजम आपके दौर में क्या हो रहा है, क्या यही सबका साथ सबका विकास है. उन्होंने हापुड़ की घटना का जिक्र करते हुए केंद्र को निशाने पर लिया. AIMIM प्रमुख ने कहा कि सेक्युलरिज्म के नाम पर कांग्रेस ने 70 साल से मुसलमानों का इस्तेमाल किया है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रणब मुखर्जी पहले आरएसएस के दफ्तर में गए और फिर बाद में राहुल गांधी के साथ इफ्तार में भी शामिल हुए. ओवैसी के इस बयान का कई राजनीतिक दलों ने कड़ा विरोध किया. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि ओवैसी सेक्युलिज्म की बात कर रहे हैं लेकिन खुद इन भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं.