नागरिकता संशोधन विधेयक अब संसद के दोनों से पास हो गया है. नागरिकता विधेयक राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद कानून बन जाएगा. केंद्र सरकार के इस महत्वाकांक्षी बिल के पास होने से विपक्ष में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी लंबे अरसे से इस विधेयक का विरोध करते आए हैं, साथ ही कई मौकों पर इस बिल को धार्मिक आधार पर विभाजन करने वाला बता चुके हैं.
विधेयक के राज्यसभा से पास होने के बाद अब असदुद्दीन ओवैसी ने गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए एक ट्वीट किया है. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा मेरे अमित शाह कहते हैं कि यह विधेयक भारतीय मुस्लिमों के खिलाफ नहीं है. उनके आपने नेता हेमंत बिस्व सरमा कहते हैं कि नागरिकता बिल हिंदुओं की रक्षा करेगा वहीं मुस्लिमों को विदेशी ट्रिब्यूनल जाना होगा. ट्रिब्यूनल के बाद डिटेंशन सेंटर में . इसकी डेडलाइन क्या है, असम विधानसभा चुनाव 2021. दिल्ली में चोरी और असम में सीनाजोरी?
दरअसल नागरिकता संसोधन बिल बुधवार को राज्यसभा से भी पास हो गया. इस बिल के पक्ष में 125 वोट और विरोध में 99 वोट पड़े. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में दोपहर 12 बजे नागरिकता संशोधन बिल को पेश किया, जिसके बाद इस बिल पर ऊपरी सदन में चर्चा हुई. इस दौरान विपक्षी नेताओं ने जमकर हंगामा किया.
चर्चा के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने अपना जवाब सदन के समक्ष प्रस्तुत किया. जिसके बाद राज्यसभा में यह ऐतिहासिक बिल पास हो गया.
असदुद्दीन ओवैसी का ट्वीट
ओवैसी इस बिल के खिलाफ लोकसभा में भी विरोध जता चुके हैं. इससे पहले सोमवार को असदुद्दीन ओवैसी ने नागरिकता संशोधन बिल की कॉपी को चर्चा के दौरान लोकसभा में फाड़ दिया था. असदुद्दीन ओवौसी नागरिकता बिल पर बोल रहे थे.
असदुद्दीन ओवैसी ने यह कहा था कि देश का एक और बंटवारा होने वाला है, यह कानून हिटलर के कानून से भी बदतर है. गांधी का जिक्र करते हुए ओवैसी ने भाषण के दौरान ही बिल की कॉपी फाड़ दी थी. ओवैसी ने इस बिल को संविधान की मूल आत्मा के विरुद्ध भी बताया था.