राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के मुद्दे पर ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अमित शाह के बयान पर पलटवार किया है. ओवैसी ने कहा कि वो हमें ऐसे पेश करना चाहते हैं जैसे हम बिना कारण और बिना जानकारी के इसका विरोध कर रहे हैं.
ओवैसी ने censusindia नाम के पेज की जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि यह चलने वाला नहीं है, सबूत बेहद स्पष्ट है. censusindia.gov.in पेज के जिस लाइन का जिक्र ओवैसी ने किया है उसमें लिखा है, 'भारत एक राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) स्थापित करने की प्रक्रिया में है. यह राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के निर्माण और राष्ट्रीय पहचान पत्र जारी करने की दिशा में पहला कदम है. नागरिक पंजीकरण प्रणाली को एनपीआर से जोड़ा गया है.'
ओवैसी ने इसी पेज का हवाला दिया है
ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा, 'वजीर ए दखला, यह संसद में आपका कथन था, कानूनी स्पष्टीकरणों के बारे में यह आपका बहुत विडंबनापूर्ण विवरण था, जिस पर हम विश्वास कर रहे थे.'
ओवैसी ने लिखा, 'आप भ्रमित हैं, इसलिए यहां आपके अपने मंत्रालय ने 2014 की प्रेस विज्ञप्ति जारी की है.'
Hello @AmitShah, can you please tell us if this is indeed you, if this discussion is indeed about nationwide NRC and if this is the Parliament? https://t.co/UdUkHI0uwI
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 24, 2019
Wazir e Dakhla, it was your statement(s) in Parliament, it was YOUR fascinating explanation of "chronology", & your very "erudite" legal expositions that we were believing
You're confused, so here's a 2014 press release from your own ministry https://t.co/9DwBv7QJRu pic.twitter.com/SKnirTcNVn
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 24, 2019
ओवैसी का ये कमेंट अमित शाह के एएनआई को दिए गए इंटरव्यू के बाद आया है. दरअसल, इस इंटरव्यू में असदुद्दीन ओवैसी द्वारा नागरिकता संशोधन कानून की आलोचना पर अमित शाह ने मंगलवार को कहा, 'अगर हम कहें कि सूर्य पूर्व से उगता है तो ओवैसी जी कहेंगे कि सूर्य पश्चिम से उगता है. फिर भी मैं उन्हें फिर से विश्वास दिलाता हूं कि नागरिकता संशोधन कानून का NRC से कोई लेना-देना नहीं है.'