यूपी में लालच देकर कुछ मुस्लिम परिवारों का धर्म बदलने की कोशिश का मामला लगातार गरमाता जा रहा है. लोकसभा में AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया कि बीजेपी और सपा, दोनों ही पार्टियां मिली हुई हैं और महज नूराकुश्ती कर रही हैं.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मामला सामने आने के दो दिन बाद ही एक्शन नहीं लिया गया. उन्होंने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की ओर इशारा करते हुए कहा, 'अगर आप और बीजेपी मिले हुए नहीं होते, आप एक्शन नहीं लेते आरएसएस और बजरंग दल के खिलाफ? आप नूराकुश्ती करना छोड़ दीजिए.'
ओवैसी ने अपनी आवाज और तल्ख करते हुए कहा, 'मुझे जितना फख्र हिंदुस्तानी होने पर है, उतना ही फख्र मुसलमान होने पर भी है. न ईसाई डरेंगे, न मुसलमान डरेंगे. आप लाख कोशिश कर लीजिए, हम मजहब तब्दील करने वाले नहीं हैं. मुल्क को बचाना है, तो अपने जोकरों को रोको, अपने चमचों को रोको...'
इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि धर्मांतरण के मुद्दे पर राजनीति करना गलत है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भेदभाव में यकीन नहीं करती है. विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच वैंकैया नायडू ने कहा, 'मुझे खुद के आरएसएस बैकग्राउंड का होने पर गर्व है.'
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की इकाई धर्म जागरण समन्वय विभाग और बजरंग दल ने साथ मिलकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसके तहत करीब 60 मुस्लिम परिवारों को वापस हिंदू धर्म में शामिल किया गया. कार्यक्रम को नाम दिया गया 'पुरखों की घर वापसी'. सोमवार को ही हिंदू धर्म में शामिल होने वाले ये शख्स पलट गए. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें इस काम के लिए लालच दिया गया था. उनकी शिकायत पर थाना सदर बाजार में मामला दर्ज किया गया. इसके बाद से सियासत लगातार गरमा रही है.