आसाराम बापू ने मंगलवार को अपने ऊपर लगे छेड़खानी के आरोप का खंडन किया. 16 वर्षीया एक किशोरी ने आसाराम पर छेड़खानी करने का आरोप लगाया है. आसाराम ने सवाल किया कि शिकायत दर्ज कराने के लिए आखिर उसने पांच दिनों तक इंतजार क्यों किया? पीड़िता ने 20 अगस्त को नई दिल्ली में दर्ज कराई अपनी शिकायत में आसाराम बापू पर जोधपुर शहर में स्थित उनके आश्रम में यौन हमला करने का आरोप लगाया है.
आसाराम बापू के हजारों भक्त हैं. बापू ने कहा कि जिस आश्रम में कथित घटना होने का जिक्र किया गया है वह अत्यंत शांतिपूर्ण स्थल है और हल्की सी आवाज भी सुनी जा सकती है.
एक न्यूज चैनल पर प्रसारित इंटरव्यू के मुताबिक आसाराम ने कहा, 'लड़की के माता-पिता बाहर बैठे थे. जब वह (पीड़िता) चिल्लाई होगी तो उन्होंने कैसे नहीं सुना होगा? माना जा रहा है कि मैंने करीब डेढ़ घंटे तक उसके मुंह को जकड़े रखा.'
उन्होंने कहा कि घटना के बाद लड़की वहां से गई और वहां मौजूद अपनी सहेलियों से मिली और उसने किसी से भी कुछ नहीं कहा. आसाराम ने कहा, 'उसने अपनी सहेलियों से कुछ नहीं कहा. मैं उसकी सहेलियों को पेश कर सकता हूं.'
उन्होंने कहा, 'यदि यह (छेड़खानी) हुई है तो उसे उसी समय कहना चाहिए था. वह अपने घर गई और चार या पांच दिनों बाद शिकायत दर्ज कराई.' उन्होंने आगे कहा, 'यदि वह आहत हुई तो उसे अपने माता-पिता से या सहेलियों से बताना चाहिए था. उसने पांच दिनों तक इंतजार किया और उसके बाद एफआईआर दर्ज कराया.'
आसाराम बापू ने लड़की से अकेले में मिलने की बात से इनकार किया. उन्होंने कहा, 'मैं लड़की से नहीं मिला. मैं हर किसी से मिलता हूं, लेकिन लड़की जो कह रही है वह पूरी तरह झूठ है.' उन्होंने कहा, 'सच सामने आएगा और मैं चिंतित नहीं हूं, क्योंकि पूर्व में मैं इससे भी खराब आरोपों का सामना कर चुका हूं.' आसाराम बापू ने कहा, 'मैं अग्रिम जमानत नहीं लूंगा, लेकिन यह सब मेरे अनुयायियों पर निर्भर करता है.'
पीडि़ता को मिल रही हैं धमकियां
इस बीच यौनशोषण पीडि़ता और उसके परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. जोधपुर से शाहजहांपुर पहुंची पीडि़त लड़की के परिवार वालों को लगातार धमकियां मिल रही हैं जिसके चलते पूरा परिवार दहशत में है. पुलिस अधीक्षक (शाहजहांपुर) ने शिकायत मिलने पर परिवार की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है. आसाराम के लोग हर संभव कोशिशों में लगे है कि पीडि़ता का परिवार मामले को वापस ले ले. पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर ने स्वीकार किया है कि पीडि़ता के परिवार को अलग-अलग तरह की धमकियां मिल रही हैं. इसी कारण पीडि़ता के घर पर दो महिला कांन्टेबल सहित सात पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया गया है. पुलिस अधीक्षक का कहना है कि अगर जरूरत पीडि़त का परिवार और भी अतिरिक्त सुरक्षा दी जायेगी.
इस बीच आसाराम ने कहा है कि पीड़ित बोलते हो तो पीड़ा होती है और लड़की पवित्र है. गौरतलब है कि आसाराम बापू के खिलाफ 15 साल की एक लड़की ने शिकायत दर्ज कराई है कि आसाराम ने जोधपुर आश्रम में उसका यौन उत्पीड़न किया.