यौन शोषण मामले में फंसे आसाराम को आज पुलिस ने कोर्ट में पेश किया. इस दौरान कई वकीलों ने आरासाम के विरोध में नारे लगाए. कोर्ट में पुलिस ने आसाराम की 14 दिन की हिरासत मांगी. बचाव पक्ष ने इसका विरोध किया. अदालत ने कुछ देर के लिए फैसला सुरक्षित रख लिया है.
इससे पहले सोमवार रात को आसाराम से एटीएस (एंटी टेरेरिज्म स्क्वैड) ऑफिस में पुलिस ने पूछताछ की. आसाराम ने हर मामले में खुद को बेकसूर बताया और कहा कि उनके खिलाफ सभी आरोप राजनीति से प्रेरित हैं.
उधर, आसाराम के बेटे नारायण साईं की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई टल गई है. अब 17 अक्टूबर को अगली सुनवाई होगी.
गौरतलब है कि सूरत की दो बहनों ने आसाराम और नारायण साईं पर आरोप लगाया है कि साल 2002 से 2006 के बीच दोनों ने उनके साथ बलात्कार किया था. इन बहनों ने उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई है. इसी मामले में सूरत सेशन्स कोर्ट में आसाराम और नारायण साईं की जमानत याचिका पर आज सुनवाई हुई. आसाराम को गुजरात पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर सोमवार को जोधपुर से अहमदाबाद ले आई थी.
क्या-क्या हुआ रात को
आसाराम को कल जोधपुर से अहमदाबाद लाया गया था. एटीएस ऑफिस पहुंचते ही आसाराम ने आराम करने का निवेदन किया. इस पर उन्हें एक कमरे में चादर दी गई और उन्होंने आराम किया. एटीएस के ऑफिस में ही आसाराम ने अपने वकील से बात की.
पूछताछ के दौरान आसाराम ने कोशिश की कि उनका आधिकारिक बयान दर्ज किया हो और वे अपना पक्ष जांच अधिकारियों के सामने रख पाएं. रात को उन्हें जानकारी दी गई कि अहमदाबाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है. पुलिस ने रात को दो पीडि़त बहनों का बयान पढ़कर सुनाया. इसके बाद आसाराम ने सोने की इच्छा जाहिर की. आसाराम को तीसरी मंजिल पर एक चैंबर में उन्हें सोने के लिए जगह दी गई.
खाना नहीं खाया, जताई दूध पीने की इच्छा
आसाराम के लिए जब खाना मंगवाया गया तो उन्होंने खाना खाने से इनकार कर दिया. आसाराम ने कहा कि वे दूध पीना चाहते हैं. इसके बाद आज सुबह असाराम ने नाश्ते से इनकार किया और दूध के साथ फल लेने की बात कही.
आसाराम के परिवार पर फैसला
आसाराम पहले से ही जेल की सलाखों के पीछे हैं. आज ये फैसला होना था कि उनके बेटा, पत्नी और बेटी जेल जाएंगे या नहीं. गुजरात में दो अलग-अलग अदालतों में इन सभी की अग्रिम और जमानत याचिका पर सुनवाई थी. बेटे नारायण साईं की याचिका पर 17 तारीख तक के लिए सुनवाई टाल दी गई है.