नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न के केस में जेल में बंद आसाराम ने अब एक नया शिगूफा छेड़ा है. आसाराम ने जेल में अपने इलाज के लिए महिला वैद्य को बुलाए जाने की मांग की है, वह भी हर रोज 2 घंटों के लिए.
अपनी नई मांग को लेकर आसाराम ने जोधपुर कोर्ट में अर्जी दाखिल की है. आसाराम किसी बीमारी से पीडि़त हैं भी या नहीं और अगर वे बीमार हैं, तो उसका इलाज क्या है, यह तो जांच का मसला है. लेकिन उन्होंने जिस तरह की मांग की है, वह भारी शक पैदा करता है.
वैसे जेल में घर का भोजन दिए जाने की आसाराम की अर्जी पर शुक्रवार को जोधपुर की अदालत में सुनवाई होनी है. आसाराम ने अदालत में अर्जी लगाई है कि उनकी उम्र को देखते हुए उन्हें घर का भोजन और घर के बिस्तर को जेल में इस्तेमाल करने की इजाजत दी जाए.
सोमवार से पहले नहीं जाएंगे हाईकोर्ट
आसाराम सोमवार से पहले हाईकोर्ट का दरवाजा नहीं खटखटाएंगे. आसाराम की जमानत अर्जी निचली अदालत से खारिज होने के बाद एलान किया गया था कि उच्च अदालत से गुहार की जाएगी. लेकिन सेवादार शिवा के खुलासे के बाद आसाराम के वकील फूंक-फूंककर कदम रख रहे हैं. बताया जा रहा है कि शिवा के साथ अहमदाबाद आश्रम में सीडी की तलाशी के बाद ही हाईकोर्ट जाने के बारे में सोचा जाएगा.
समझा जा रहा है कि आसाराम के बारे में कुछ और अहम खुलासे तब हो सकेंगे, जब उनके आश्रम की वार्डन शिल्पी गिरफ्तार कर ली जाएगी. आसाराम के गुनाहों की सबसे बड़ी राजदार वार्डन शिल्पी अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. उसके महाराष्ट्र में छिपे होने की खबर है. पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है.
बहरहाल, यौन उत्पीड़न का मामला सामने आने के बाद आसाराम के पुराने गुनाहों की भी पोल-पट्टी खुलती जा रही है. उन पर सूरत, इंदौर, दिल्ली व जूनागढ़ के आश्रमों में अवैध कब्जे का इल्जाम है. अब गुजरात व राजस्थान समेत कई राज्य सरकारों की निगाहें उनके अवैध आश्रमों की ओर हैं.