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आसाराम मामला: बलात्कार पीड़िता की सुरक्षा बढ़ाई गई

आसाराम बापू के खिलाफ बलात्कार के मामले में केस की कार्यवाही धीमी गति से चलने पर सुप्रीम कोर्ट के सवाल उठायेजाने के बीच ही जिला प्रशासन ने शाहजहांपुर में बलात्कार पीड़िता की सुरक्षा बढ़ा दी है.

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आसाराम 31 अगस्त 2013 से ही जेल में बंद हैं
आसाराम 31 अगस्त 2013 से ही जेल में बंद हैं

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आसाराम बापू के खिलाफ बलात्कार के मामले में केस की कार्यवाही धीमी गति से चलने पर सुप्रीम कोर्ट के सवाल उठाये जाने के बीच ही जिला प्रशासन ने शाहजहांपुर में बलात्कार पीड़िता की सुरक्षा बढ़ा दी है. पुलिस अधीक्षक के बी सिंह ने बताया कि बलात्कार पीड़िता के आवास पर दो और सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. लेकिन अबसे एक महिला कांस्टेबल सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मी आवास पर तैनात रहेंगे. उन्होंने बताया कि दो कर्मियों को बुलेटप्रूफ जैकेट भी मुहैया कराई गई है. सिंह ने बताया कि पूरे परिवार को सुरक्षा ही दी गई है और वह स्वयं समय-समय पर इसकी समीक्षा कर रहे हैं.

हालांकि पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि वह घटना के बाद से ही अपने बेटे को शस्त्र लाइसेंस दिए जाने का आग्रह कर रहे हैं लेकिन अब तक नहीं मिल सका है. पिता का कहना है कि उनकी सुरक्षा के लिए यह आवश्यक है.  पिता ने स्थानीय पत्रकार को भी अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की, जिन्होंने एक स्थानीय दैनिक में पूरे प्रकरण को सक्रियता से कवर किया. इस समय यादव को केवल एक सुरक्षाकर्मी दिया गया हैं.

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शाहजहांपुर की 16 वर्षीय लड़की ने आसाराम पर उनके जोधपुर आश्रम में बलात्कार किए जाने का आरोप लगाया था. यह मामला दिल्ली के कमला मार्केट के थाने में दर्ज कराया गया, जिसके बाद में जोधपुर स्थानांतरित कर दिया गया. सुप्रीम कोर्ट ने 28 अगस्त को आसाराम बापू बलात्कार मामले की कार्यवाही में देरी पर सवाल उठाया था.

जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने 12 अप्रैल को गुजरात की निचली अदालत से आसाराम के खिलाफ सूरत की दो बहनों द्वारा दर्ज यौन उत्पीड़न मामले में अभियोजन पक्ष के गवाहों के बयान दर्ज कराने की प्रतिक्रया तेज करने को कहा था.

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सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान और गुजरात में दर्ज मामलों में आसाराम को जमानत देने से इंकार किया था. सूरत की दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे नारायण सांई पर पृथक शिकायतें दर्ज करायी थीं. पिता-पुत्र पर बलात्कार और अवैध रूप से बंधक बनाने को  साथ बहुत से आरोप लगाए हैं. बड़ी बहन ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि जब वह अहमदाबाद के निकट आसाराम के आश्रम में रह रही थी तब आसाराम ने 2001 से 2006 के बीच लगातार उसका यौन उत्पीड़न किया.

राजस्थान में दर्ज मामले में नाबालिग लड़की ने आसाराम पर आरोप लगाया कि जोधपुर के एक गांव में बने उसके के आश्रम में ही उसके साथ बलात्कार किया गया था  नाबालिग पीड़िता उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की रहने वाली है.

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इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि कार्यवाही में अनावश्यक रूप से विलंब हुआ है और अभियोजन पक्ष के गवाहों पर हमले किए जा रहे हैं, जिसकी वजह से दो गवाहों की मौत हो गई है.

बता दें कि पिछले साल 18 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने बच्चों की कथित हत्या और आसाराम बलात्कार मामलों के दस गवाहों पर हमलों की सीबीआई जांच की मांग करने वाली याचिका पर केंद्र और पांच राज्यों से जवाब तलब किया था. आसाराम को जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 को गिरफ्तार किया था और तब से ही वह जेल में बंद हैं.

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