यौन उत्पीड़न के मामले में आरोपी 'कथावाचक' आसाराम के लिए जेल में एक-एक पल काटना मुश्किल हो रहा है. कानूनी पहलू के डर से पैदा हुए डिप्रेशन के अलावा वे जेल में मच्छरों से भी खासा परेशान हैं. जानकारी के मुताबिक, मच्छरों ने आसाराम की नींद हराम कर रखी है. भोजन पसंद न आने की तो बात ही छोड़ दें.
अब आसाराम के आश्रमों को धड़ाधड़ नोटिस
गुजरात में आसाराम के आश्रमों को नोटिस थमाया जा रहा है. जूनागढ़ में आसाराम के आश्रम को खाली करने का आदेश जारी किया गया है. यहां करीब 15 साल पहले कई एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा करके आश्रम बनाया गया था. उस वक्त आसाराम के करीबी और फिलहाल फर्जी एनकाउंटर मामले में जेल में बंद डीजी वंजारा जूनागढ़ के एसपी हुआ करते थे.
कानूनी पहलू समझा, तो लगा 'सदमा'
जमानत अर्जी खारिज होने के बाद से आसाराम सदमे में हैं. बुधवार देर शाम आसाराम के वकीलों ने उन्हें कोर्ट ऑर्डर का कानूनी पहलू समझाया. वकीलों से बात करने के बाद आसाराम ने बोलना बंद कर दिया. इससे पहले दो दिनों तक वे जेल अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे थे, लेकिन बीती रात उन्होंने किसी से कोई बातचीत नहीं की. आसाराम ने भोजन भी नहीं किया. उन्होंने बस एक गिलास दूध पिया और रात भर करवटें बदलते रहे.
जेलकर्मियों पर निकाल रहे हैं झल्लाहट
बेल न मिलने से अपसेट आसाराम जेलकर्मियों पर भी झल्लाते देखे गए. कोई बात उन्हें नागवार गुजरने पर वे जेलकर्मियों पर ही बरस पड़ते हैं.
आसाराम के समर्थकों का उत्पात
पुणे रेलवे स्टेशन पर आसाराम समर्थकों ने मीडिया वालों के साथ हाथापाई की. आसाराम के समर्थकों ने यहां रेलगाड़ियां रोक दी थीं. इसे कवर करने के लिए पुणे रेलवे स्टेशन पहुंचे पत्रकारों के साथ पहले धक्कामुक्की की गई, फिर आसाराम समर्थकों ने मारपीट शुरू कर दी. इस मारपीट में कई पत्रकारों और कैमरामैन को चोटें आई हैं.
काम न आई रिश्वत की पेशकश, बेकार गई धमकी
आसाराम के खिलाफ कार्रवाई कर रही जोधपुर पुलिस के अफसरों को धमकियां मिल रही हैं. DCP अजय लांबा को धमकी भरा एक फैक्स मिला है, जिसमें कहा गया कि आसाराम बेकसूर हैं और उन्हें फंसाने की कोशिश करने वाले अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें. जांच में ढिलाई बरतने के लिए जोधपुर पुलिस की ACP चंचल मिश्रा को पैसों का लालच दिया गया. ASI सत्यप्रकाश को कार्रवाई नहीं करने के लिए प्रोमोशन का ऑफर दिया गया.
नहीं चली आसाराम के वकीलों की दलील
गौरतलब है कि नाबालिग लड़की के यौन शोषण के आरोपों में फंसे आसाराम को अभी जेल में ही रहना होगा. जोधपुर सेशंस कोर्ट ने बुधवार को उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी. आसाराम के वकीलों ने पीड़ित लड़की के बालिग होने का तर्क दिया था, लेकिन कोर्ट ने उसे नहीं माना. सेशंस कोर्ट ने POSCO एक्ट के तहत केस की सुनवाई की, जिसमें नाबालिग के साथ सेक्सुअल एक्टिविटीज के मामलों में जमानत नहीं मिल सकती.