जोधपुर में आसाराम की गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए अलग-अलग जगह से आए आसाराम के भक्तों को पुलिस ने जोधपुर से बाहर भेज दिया. शनिवार सुबह मीडियाकर्मियों के साथ मारपीट के बाद पुलिस ने आसाराम के जोधपुर आश्रम को खाली करा दिया. मारपीट में शामिल 13 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया.
आसाराम के खिलाफ मीडिया में खबर आने से भड़के उनके भक्त शनिवार सुबह जोधपुर आश्रम के बहार गुंडे बन गए और वहां खड़े मीडियाकर्मियों पर डंडे लेकर टूट पड़े. कई मीडियाकर्मियों को पीट-पीटकर घायल कर दिया गया.
दरअसल शुक्रवार से ही आसाराम के भक्त जोधपुर के आश्रम में जुट रहे थे. वे आसाराम की गिरफ्तारी का विरोध करने आए थे. मारपीट की घटना के बाद पुलिस ने आश्रम के बाहर पुलिसकर्मियों को तैनात कर आश्रम को खाली करा दिया. आसाराम के 13 भक्तों को गिरफ्तार भी किया गया.
दुष्कर्म मामले में आसाराम की गिरफ्तारी से परहेज कर रही जोधपुर पुलिस ने 250 लोगों को बसों में बिठाकर रवाना कर दिया.
दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी की आसाराम के समर्थकों की योजना थी कि अधिक से अधिक संख्या में पहुंचा जाए और अपनी ताकत दिखाई जाए.
इस बीच, आसाराम के निजी सेवादार शिवा ने जोधपुर के महिला थाना में सरेंडर कर दिया. शिवा पर पीडि़ता को आसाराम तक पहुंचाने और दुष्कर्म के बाद धमकाने का आरोप है. शिवा को 29 अगस्त तक जोधपुर पुलिस के पास आना था, लेकिन उसने बीमारी का सार्टिफिकेट दे दिया था.
शिवा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को साजिश बताया है. जोधपुर पुलिस शिवा से पूछताछ कर रही है.