राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष पीएल पुनिया ने कहा है कि आशीष नंदी का जो बयान आया है, वो घोर आपत्तिजनक है. समाजशास्त्री और बौद्धिक आशीष नंदी ने अजीबोगरीब बयान देकर बवाल खड़ा कर दिया है. जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में उन्होंने कहा कि देश के भ्रष्टाचार में सबसे बड़ा हाथ दलितों, पिछड़ों और अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों का है.
पुनिया ने कहा कि आशीष नंदी ने केवल अनुसूचित जाति जनजाति और ओबीसी को बेईमान की संज्ञा दी है. वो एक साहित्यकार और बुद्धिजीवी की श्रेणी में आते हैं लेकिन इससे बड़ा इंटलेक्चुवल डिसआनेस्टी का बयान नहीं हो सकता है.
पुनिया ने कहा कि किसी वर्ग विशेष में कि इसी तरह के लोग पैदा होते हैं, इसी तरह के लोग होते हैं, ये संज्ञा देना मैं समझता हूं कि बहुत गलत बात है. ये बहुत आपत्तिजनक बात है, ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ जो समाज में ज़हर घोलने का कम करते हैं, समाज को जाति के आधार पर बांटने का काम करते हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर इनको जेल भेजा जाना चाहिए.
पुनिया ने कहा कि ईमानदार हो या बेईमान हो, ये व्यक्तिगत आस्था, व्यक्तिगत विचारधारा और आचरण से सम्बंधित होता है. अनुसूचित जाती के व्यक्ति हो, ओबीसी हो या आदिवासी हो या सामन्य वर्ग के हो, उसमे अच्छे से अच्छे, ईमानदार से ईमानदार लोग मिल जाएंगे और बेईमान से बेईमान मिल जाएंगे.