कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रणब मुखर्जी ने प्रेस को बताया कि अशोक चव्हाण महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री होंगे. मुखर्जी ने कहा कि महाराष्ट्र के कांग्रेसी विधायकों ने अशोक चव्हाण को अपना नेता चुना है, जिसके बाद पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अशोक चव्हाण के नाम पर मुहर लगा दी है.
विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी और रक्षा मंत्री एके एंटनी ने शुक्रवार को सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर उनसे मुलाकात के बाद यह जानकारी दी.
साफ छवि वाले अशोक चव्हाण, मराठा नेता हैं और महाराष्ट्र के मराठवाड़ा इलाक़े से हैं. अशोक चव्हाण अभी राज्य के उद्योग मंत्री हैं. वे पूर्व केंद्रीय मंत्री एस. बी. चव्हाण के पुत्र हैं.
अब तक अशोक का नाम किसी विवाद में नहीं आया है. उनकी साफ छवि सीएम की गद्दी के बाक़ी दावेदारों पर भारी पड़ रही है. मुख्यमंत्री की कुर्सी की रेस में नारायण राणे और सुशील कुमार शिंदे भी अब पीछे छूट चुके हैं.
इससे पहले गुरुवार को ही महाराष्ट्र के राज्यपाल एस. सी. जमीर ने विलासराव देशमुख का इस्तीफा मंजूर कर लिया. देशमुख का इस्तीफा स्वीकार किए जाने के साथ ही विधानमंडल की बैठक स्थगित कर दी गई. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देशमुख का इस्तीफा बुधवार को ही स्वीकार कर लिया था. इसके बाद सोनिया ने देशमुख को निर्देश दिया था कि वे राज्यपाल को विधिवत अपना इस्तीफा सौंप दें.
पार्टी अध्यक्ष द्वारा इस्तीफा स्वीकार किए जाने के बाद विलासराव देशमुख ने कहा कि मैंने लोगों के गुस्से को देखते हुए इस्तीफा दिया है. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान देशमुख ने कहा कि मैं सोनिया गांधी जी का सदैव आभारी रहूंगा कि उन्होंने मुझे मौका दिया.
आतंकवादी हमले का निशाना बने होटल ताज का मुआयना करने के दौरान विलासराव देशमुख अपने अभिनेता पुत्र रितेश देशमुख और फिल्मकार रामगोपाल वर्मा को भी साथ ले गए थे. इसके बाद से ही उन पर यह आरोप लगने लगा कि वे इस संवेदनशील मुद्दे को भी गंभरता से नहीं ले रहे हैं.
गौरतलब है कि मुंबई पर आतंकी हमले की गाज केंद्रीय गृहमंत्री शिवराज पाटिल और महाराष्ट्र के गृहमंत्री और उप मुख्यमंत्री आर.आर. पाटिल पर भी गिर चुकी है. कांग्रेस चुनाव के मद्देनजर पार्टी की छवि साफ-सुथरी दिखाने का पुरजोर प्रयास कर रही है.