असम गण परिषद की युवा शाखा ने कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को उनके कथित बयान के लिये कानूनी नोटिस भेजा है और उनको माफी मांगने के लिये 15 दिन का समय दिया है.
असम गण परिषद के अनुसार राहुल गांधी ने कथित तौर पर कहा था कि असम गण परिषद उग्रवादियों के समर्थन से दूसरी बार सत्ता में आई थी.
पार्टी की युवा शाखा के अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा, ‘यदि कांग्रेस के उपाध्यक्ष माफी नहीं मांगते हैं, तो हम पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिये उनसे 500 करोड़ का हर्जाना मांगेगे.’
उन्होंने कहा, ‘हमने राहुल गांधी को अपने नोटिस का जवाब देने के लिये 15 दिन का समय दिया है और इसमें असफल रहने पर उनके खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला शुरू किया जायेगा.’
अगप के अध्यक्ष प्रफुल्ल कुमार महन्त ने भी इससे पहले कहा था कि पार्टी राहुल गांधी के बयान की कड़ी निंदा करती है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिये विशेषज्ञों से सलाह ले रही है.
असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने राहुल गांधी के बयान का समर्थन किया था और कहा कि अगप का उग्रवादियों के साथ संपर्क है और कांग्रेस उपाध्यक्ष का यह बयान सही है कि अगप कथित रूप से उल्फा की मदद से सत्ता में आई थी.