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'असम रेप फेस्टिवल' की झूठी खबर से मचा बवाल

भारत में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक अमेरिकी वेबसाइट पर प्रकाशित खबर से बवाल मच गया है. तथाकथित व्यंग्य वेबसाइट पर 3 नवंबर को छपी इस खबर का शीर्षक है- 'असम रेप फेस्टिवल'. इसमें लिखा गया है कि भारत में 'असम रेप फेस्टिवल' इस हफ्ते से शुरू होने वाला है. लोगों ने इसे अभी से मनाना भी शुरू कर दिया है. 7 से 16 वर्ष की कुंआरी लड़कियों के पास अभी भागने का मौका है. वरना उनका रेप कर दिया जाएगा.

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अमेरिकी वेबसाइट NationalReport.net पर छपी 'असम रेप फेस्टिवल' की खबर
अमेरिकी वेबसाइट NationalReport.net पर छपी 'असम रेप फेस्टिवल' की खबर

भारत में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक अमेरिकी वेबसाइट पर प्रकाशित खबर से बवाल मच गया है. तथाकथित व्यंग्य वेबसाइट पर 3 नवंबर को छपी इस खबर का शीर्षक है- 'असम रेप फेस्टिवल'. इसमें लिखा गया है कि भारत में 'असम रेप फेस्टिवल' इस हफ्ते से शुरू होने वाला है. लोगों ने इसे अभी से मनाना भी शुरू कर दिया है. 7 से 16 वर्ष की कुंआरी लड़कियों के पास अभी भागने का मौका है. वरना उनका रेप कर दिया जाएगा.

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अमेरिका की नंबर 1 इंडिपेंडेंट न्यूज टीम होने का दावा करने वाली वेबसाइट NationalReport.net पर इस खबर के छपने के बाद भारत, खासतौर पर असम में इसका जबरदस्त विरोध शुरू हो गया है. इस वेबसाइट के बाद यह खबर अन्य वेबसाइट्स और फोरम पर भी आ गई. अब सोशल मीडिया पर इस खबर के खिलाफ लोगों का गुस्सा भड़क गया है और इसके खिलाफ तेजी से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.

हालांकि बहुत से फेसबुक यूजर इस खबर को व्यंग्य बता रहे हैं. लेकिन वह किसी राज्य का नाम लिए जाने पर सख्त ऐतराज जता रहे हैं. इसके बावजूद इस वेबसाइट पर खबर को शनिवार सुबह 9 बजे तक फेसबुक पर 4 लाख से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है. 1 लाख, 20 हजार से ज्यादा लाइक मिल चुके हैं. वहीं ट्विटर पर 2500 से ज्यादा लोग इसे शेयर कर चुके हैं.

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भारत के अपमान के तौर पर देखी जा रही है खबर
इस खबर में जिस तस्वीर को लगाया गया है वह नागा साधुओं की है. वह हाथ में तलवार लिए दौड़ रहे हैं. तस्वीर के बारे में लिखा गया है कि यह फोटो पिछले साल आयोजित हुए असम रेप फेस्टिवल की है. स्थानीय लोगों के मुताबिक इसे फेस्टिवल को बड़ी सफलता मिली थी. ऐसे लोग जिन्होंने इस झूठी खबर को सच माना, उन्होंने तीखे कमेंट देकर भारत को जमकर कोसा है. वेबसाइट पर प्रकाशित इस खबर के नीचे भारत विरोधी कई प्रतिक्रियाएं दी गई हैं.

जांच के आदेश
फेसबुक पर इस खबर के पोस्ट होने और उसके बाद भड़के गुस्से के बाद असम पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है.

असम में यौन हिंसा के बढ़ रहे हैं मामले
असम हिंदुस्तान के उन राज्‍यों में शुमार है, जहां रेप के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कुछ दिन पहले असम की राजधानी में दो महिलाओं की बलात्‍कार के बाद हत्‍या कर दी गई थी. इस घटना के बाद लोगों का गुस्सा भड़क उठा था और हिंसक विरोध-प्रदर्शन हुए थे. लोगों का कहना था कि पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई नहीं की.

असम के अलावा भारत के अन्य राज्यों का भी नाम
इस खबर में असम ही नहीं बल्कि भारत के अन्य राज्यों का नाम भी घसीटा गया है. इसमें लिखा गया है कि इस फेस्टिवल की शुरुआत 43 बीसी में हुई. तब 'बालकृष्‍ण तमिलनाडु' ने अपने गांव लुधियाना में हरेक का रेप किया था. 'बालकृष्‍ण तमिलनाडु' को 'असम रेप फेस्टिवल' में हर साल याद किया जाता है. सबसे ज्यादा रेप करने वाले शख्स को 'बालकृष्‍ण' के नाम से ट्राफी दी जाती है. जिस वेबसाइट पर यह खबर छपी है, वह इससे पहले भी इस तरह के लेख छाप चुकी है. तब इसके निशाने पर पंजाब होता था. असम पुलिस इस खबर के बारे में संबंधित वेबसाइट से बात करेगी. मामले की जांच सीआईडी की साइबर क्राइम सेल को सौंपी जाएगी.

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