असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने रविवार को कहा कि वह, राज्य मुख्यालय और प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर जिहादी तत्वों के निशाने पर हैं. उन्होंने संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा, ‘राज्य में जिहादी खतरा है. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि मैं उनके निशाने पर नहीं हूं. मैं ऐसे लोगों की सूची में हूं. इसी तरह राज्य सचिवालय, अन्य कार्यालय और कामाख्या मंदिर भी हैं.’ वह नीलाचल पहाड़ी पर शक्ति मंदिर में स्वच्छता अभियान के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
गोगोई ने कहा, ‘हमने राज्य में जिहादी गतिविधियों से संबंधित मामले एनआईए को सौंप दिए हैं. सचिवालय और कामाख्या मंदिर में सुरक्षा है लेकिन इसे और बढ़ाना होगा.’ असम सरकार ने जिहादी गतिविधियों से जुड़े मामले एनआईए को सौंपने का शनिवार को ही फैसला किया था. उन्होंने कहा था कि हम राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रीय एकता के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे.
गोगोई ने झाड़ू से मंदिर परिसर में सफाई की. उन्होंने कहा, स्वच्छता अभियान को तेज किया जा रहा है क्योंकि यहां हजारों श्रद्धालु आते हैं. ‘सभी धर्म हमें स्वच्छता की सीख देते हैं. इसलिए सभी धार्मिक स्थानों को साफ रखा जाना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘हमारे राज्य में स्वच्छता ने धार्मिक व्यवस्था में हमेशा अहम भूमिका निभाई है. जब प्रार्थना कक्षों में श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरित किया जाता है, प्रसाद बांटने वाला हमेशा अपने मुंह पर कपड़ा बांध कर रखता है.’
गोगोई ने कहा, ‘हम अपने घरों को साफ रखते हैं लेकिन चीजें बाहर फेंक देते हैं. इससे स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे पैदा होते हैं. स्वच्छता के लिए कार्यक्रम मौजूद हैं लेकिन उन्हें गहन बनाए जाने की आवश्यकता है.’ असंतुष्ट नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी गोगोई के साथ स्वच्छता अभियान में भाग लिया. उन्होंने मुख्यमंत्री से सभी के लिए स्वच्छ पेयजल और साफ पर्यावरण मुहैया कराने का अनुरोध किया.
- इनपुट भाषा से