पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को एक बार फिर ईवीएम (EVM) में धांधली का डर सता रहा है. मध्य प्रदेश में मतदान के बाद ईवीएम के रख-रखाव को लेकर आ रही शिकायतों पर पार्टी नेताओं ने साजिश का आरोप लगाया है. साथ ही कांग्रेस ने स्ट्रांग रूम में संदिग्ध को देखने की भी बात कही. इस मामले में शनिवार को पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल निर्वाचन आयोग पहुंचा.
The BJP has shown a clear trend, every time they fear losing an election they tamper with the voting mechanisms. #मोदी_से_EVM_बचाओ pic.twitter.com/tJL3sfwfHO
— Congress (@INCIndia) December 1, 2018
प्रतिनिधि मंडल में शामिल कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें अधिकारी पिछले दरवाजे से स्ट्रांग रूम में जा रहे हैं. मध्य प्रदेश में चुनाव परिणाम को प्रभावित करने के लिए ईवीएम से छेड़छाड़ करने की एक बड़ी साजिश रची जा रही है. कांग्रेसी नेता ने दावा किया कि सीसीटीवी की मरम्मत करने के बहाने से लैपटॉप और मोबाइल फोन के साथ संदिग्ध लोग स्ट्रांग रूम के आसपास दिखाई दिए हैं, जहां मतदान के बाद ईवीएम को रखा गया है.
कांग्रेस नेता और एआईसीसी के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि राज्य की धमतरी विधानसभा सीट पर संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिल रही है. पुनिया ने यह भी कहा कि पार्टी ने रायपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के यहां इस बाबत शिकायत भी दर्ज कराई है.
यूपी में वोटर लिस्ट से हटाया गया खास समुदाय का नाम
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में बूथ संख्या 44 में मतदाताओं के नामों को गलत तरीके से हटाने जैसी गलतियां सामने आ रही है. उन्होंने कहा कि इस बूथ के 100 में से 98 फॉर्मों में ये गलतियां पाई गई हैं और एक खास समुदाय के लोगों के नामों को सूची से हटाया गया है, ताकि वे सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ मतदान नहीं कर सके.
अहमद पटेल ने भी की मांग
वहीं, कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने ट्वीट करके निर्वाचन आयोग को चार सलाह दी है. उन्होंने लिखा कि मतदान केंद्र से स्ट्रांग रूम तक ईवीएम को लाते वक्त सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को मौजूद रहने का मौका दिया जाए. साथ ही पोस्टल बैलेट की जांच की जाए, ताकि यह साफ हो सके कि उसे अधिकृत वोटर ने ही भेजा है.
I am submitting 4 suggestions to Election Commission ahead of Chattisgarh counting
1)Kindly allow representatives of all political parties while transporting EVM’s to counting centres from strong rooms
2)Cross check if postal ballots were received from eligible voters
(1/2)
— Ahmed Patel (@ahmedpatel) December 1, 2018
उन्होंने मांग की कि छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव, कोंडागांव और बिलासपुर के अधिकारियों की समीक्षा की जाए और पहले राउंड की मतगणना पूरी होने के बाद ही दूसरे राउंड की मतगणना शुरू की जाए.
3) Review conduct of top officials in 3 districts-Rajnandgaon, Kondagaon & Bilaspur
4)Initiate second round of counting only after completion of first round
I hope EC will implement these suggestions in letter and spirit
2/2
— Ahmed Patel (@ahmedpatel) December 1, 2018
11 दिसंबर को होगी गिनती
बता दें, मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. एमपी, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में मतदान हो चुका है. राजस्थान और तेलंगाना में सात दिसंबर को मतदान होगा. 11 दिसंबर को इन पांचों राज्यों के रिजल्ट आएंगे. एमपी और छत्तीसगढ़ में मतदान के बाद से कांग्रेस ईवीएम को लेकर सवाल उठा रही है. कांग्रेस इससे पहले उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान ईवीएम के साथ छेड़ छाड़ का आरोप लगा चुकी है.
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