राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिज़ोरम में मंगलवार सुबह से जारी मतगणना ने तस्वीरें साफ कर दी हैं. छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बीजेपी को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा है. एमपी में कभी कांग्रेस आगे हो रही है कभी बीजेपी. फिलहाल कांग्रेस ने बढ़त बना ली है, लेकिन चुनाव आयोग ने सभी सीटों के नतीजे घोषित नहीं किए हैं. इस बीच कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि वे बुधवार को राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. वहीं राज्यपाल भवन का कहना है कि जब तक चुनाव आयोग पूरे नतीजे घोषित नहीं कर देता तब तक इस मुद्दे पर विचार नहीं किया जाएगा.
अभी तक के नतीजों और रुझानों के मुताबिक मध्य प्रदेश में दोनों की पार्टियों की सीटें और वोट प्रतिशत कभी बराबर हो जा रहे हैं, तो कभी बीजेपी आगे निकल जा रही है तो कभी कांग्रेस. फिलहाल कांग्रेस को ज्यादा सीटें मिलतीं दिख रही हैं. हालांकि पूरी तस्वीर अभी साफ नहीं है.
नतीजे और रुझान सत्ता परिवर्तन का संकेत दे रहे हैं. राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़, तीनों ही राज्यों में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार है, लेकिन नया जनादेश संकेत दे रहा है कि भाजपा को कम से कम 2 राज्यों में सत्ता गंवानी ही पड़ेगी. एमपी में नेक टु नेक फाइट चल रही है.
राजस्थान और छत्तीसगढ़ के रुझान बता रहे हैं कि दोनों राज्यों में कांग्रेस की सरकार बननी तय है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को 2 तिहाई बहुमत मिल सकता है. छत्तीसगढ़ के सीएम डॉक्टर रमन सिंह ने हार स्वीकार करते हुए अपना इस्तीफा राज्यपाल को भेज दिया है. राजस्थान में भी कांग्रेस को स्षष्ट बहुमत मिलने के संकेत मिल रहे हैं.
वहीं मध्य प्रदेश में कांग्रेस को भाजपा से थोड़ी सी बढ़त मिलती दिखाई दे रही है, रूझानों से संकेत मिल रहे हैं कांग्रेस अपने सहयोगी दलों के साथ बहुमत का आंकड़ा छू सकती है. हालांकि यहां सीट और वोट प्रतिशत दोनों में तकरीबन बराबरी का मुकाबला दिख रहा है. यहां पर बीएसपी चार सीटों पर और अन्य दल-स्वतंत्र उम्मीदवार छह सीटों (कुल 10 सीटों) पर आगे चल रहे हैं. ऐसे में बीएसपी राज्य में किंगमेकर बन सकती है.
वहीं तेलंगाना में केसीआर को इतनी बढ़त मिल गई है कि वो स्पष्ट बहुमत की ओर जाते दिख रहे हैं. तेलंगाना में केसीआर को दो तिहाई से भी ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं. कांग्रेस यहां 20 सीटों पर सिमट रही है जबकि बीजेपी अपना खाता खोलने जा रही है.
PM मोदी बोले- विनम्रता से जनता का फैसला स्वीकार
राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी की हार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हम जनादेश को विनम्रता से स्वीकार करते हैं. मैं सेवा का अवसर देने के लिए छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान की जनता का शुक्रिया अदा करता हूं. बीजेपी ने इन राज्यों में जनता के कल्याण के लिए अथक प्रयास किया.' एक अन्य ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा, 'कांग्रेस को उसकी जीत के लिए बधाइयां. इसके अलावा तेलंगाना में जीत दर्ज करने पर KCR Garu और मिजोरम में जीतने के लिए मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) को भी बधाई.'
इस दौरान पीएम मोदी ने बीजेपी के कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा, 'विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिवारों ने रात-दिन काम किया. मैं इनके कठिन परिश्रम को सैल्यूट करता हूं. जीत और हार जिंदगी का अभिन्न हिस्सा है. आज के नतीजे लोगों की सेवा करने और भारत के विकास के लिए कठिन परिश्रम करने के हमारे संकल्प को आगे बढ़ाएंगे.'
फैसले का दिन, यहां देखें पल-पल के नतीजे
साथ ही मंगलवार के चुनाव परिणाम देश में आम चुनावों से पहले एक मूड बनाने का काम भी करेंगे. इसलिए भी राजनीतिक दलों और देशभर के लोगों की इन चुनाव परिणामों पर नज़र टिकी रही. मोदी के कामकाज से लेकर इनमें से अधिकतर राज्यों में भाजपा की सरकार के प्रति लोगों का जनादेश साबित होगा आज का चुनाव परिणाम.
यहां देखें मध्य प्रदेश चुनाव के नतीजे
राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं लेकिन यहां एक प्रत्याशी की मौत हो जाने के कारण कुल 199 सीटों पर मतगणना का काम चल रहा है. राज्य में भाजपा और कांग्रेस के बीच ज़बरदस्त टक्कर है. रुझानों से स्पष्ट है कि वसुंधरा राजे का सत्ता में लौटना मुश्किल है. राजस्थान में कांग्रेस ने बढ़त बनाए रखी है. अब यहां पर सवाल उठ रहे हैं कि यहां सीएम सचिन पायलट बनेंगे या अशोक गहलोत.
छत्तीसगढ़ में रमन सिंह के नेतृत्ववाली भाजपा सरकार ने भी 15 साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है. लेकिन 15 साल के बाद अब चावल बाबा की विदाई लगभग तय दिख रही है. कांग्रेस को यहां 2 तिहाई बहुमत मिलता दिख रहा है. वहीं रुझानों के मुताबिक बीजेपी को 20 से भी कम सीटें मिलने जा रही हैं.
तेलंगाना की 119 सीटों के लिए मतगणना के रुझानों से स्पष्ट है कि टीआरएस को 2 तिहाई से भी ज्यादा सीटें मिलने जा रही है. रुझानों से साफ दिख रहा है कि टीआरएस की लोकप्रियता अभी भी लोगों के बीच बनी हुई है.
वहीं, पूर्वोत्तर में कांग्रेस का आखिरी किला मिजोरम ढह गया है. मिजोरम से सभी नतीजे आ गए हैं. यहां पर 10 सालों से सत्ता पर काबिज कांग्रेस को जनता ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है. राज्य में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है. मिजोरम के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता लाल थनहावला मंगलवार को चंपई दक्षिण और सेरछिप विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव हार गए.
भारी सुरक्षा के बीच पांच राज्यों में मंगलवार सुबह से वोटों की गिनती का काम शुरू किया गया. इससे पहले प्रमुख चुनाव आयुक्त रजत कुमार ने बताया कि सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है. सभी स्ट्रॉन्गरूम जहां ईवीएम मशीनें रखी गई हैं कि सुरक्षा केन्द्रीय पैरा मिलिट्री फोर्स के जिम्मे है. वहीं मिजोरम में वोटों की गिनती के लिए बेहद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. क्षेत्रीय अधिकारियों के मुताबिक वोटिंग सेंटर पर तीन लेयर की सुरक्षा तैनात की गई है.