प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के दो साल पूरे होने अवसर पर उद्योग मंडल एसोचैम ने रविवार को सरकार के काम को 10 में से 7 अंक दिए हैं. उद्योग मंडल ने कहा कि इस सरकार को कर विवादों और बैंकिंग प्रणाली में फंसे हुए कर्ज पर बढ़ती चिंताओं पर अभी बहुत कुछ करने की जरूरत है.
सरकार ने अपनाई आक्रामक नीति
एसोचैम ने मोदी सरकार के अब तक के काम को 10 में से 07 अंक देते हुए कहा है कि सरकार का काम प्रगति पर है. देश की व्यापक आर्थिक स्थित पर एसोचैम ने कहा, 'निश्चित रूप से सड़क, राजमार्ग, रेलवे और उर्जा क्षेत्र में कुछ साहसिक कदमों को उठाकर (अर्थव्यवस्था) को संभाला गया है.' हालांकि सरकार ने देश की बड़ी ग्रामीण जनसंख्या और कृषि क्षेत्र के सामने मौजूद समस्याओं से निपटने के लिए आक्रामक नीति अपनाई है.
अभी बहुत कुछ करने की जरूरत
एसोचैम के अध्यक्ष सुनील कनोड़िया के मुताबिक, कर विवादों के निस्तारण, कृषि सुधार, विनिवेश और महत्वपूर्ण जीएसटी विधेयक पर सरकार को अभी बहुत काम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार को ‘कार्य प्रगति पर है’ वाली सरकार कहना ठीक होगा, जब तक कि रेलवे और राजमार्ग क्षेत्र में किए गए कामों का परिणाम सामने नहीं आ जाता.
फंसे हुए कर्ज का बढ़ा चिंता का विषय
कनोड़िया ने आगे कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के फंसे हुए कर्ज का बढ़ना बड़ी चिंता का विषय है. विशेषकर कारोबार में मंदी को लेकर इसका बढ़ना चिंताजनक है. इस मामले में सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक दोनों को अधिक ध्यान से काम करने की जरूरत है.