हौसले अगर बुलंद हों तो कुछ नामुमकिन नहीं. इसकी बेहतरीन मिसाल दी है आंध्र प्रदेश की आदिवासी लड़की पूर्णा ने. 13 साल 11 महीने की पूर्णा दुनिया में सबसे कम्र उम्र में एवरेस्ट फतह करने वाली लड़की बन गई है.
दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी एवरेस्ट पर भारत का झंडा बुलंद करने वाली पूर्णा निजामाबाद जिले की रहने वाली है और एक मजदूर की बेटी है. वह 9वीं कक्षा में पढ़ती है.
इस चुनौतीपूर्ण मिशन में पूर्णा के साथ एक 9वीं कक्षा की छात्रा साधनापल्ली आनंद भी शामिल थी. यह छात्र खम्मम जिले की रहने वाली है और एक साइकिल मैकेनिक की बेटी है.
पूर्णा और आनंद दोनों आंध्र प्रदेश समाज कल्याण शैक्षिक संस्था की छात्राएं हैं.
दोनों ने 52 दिन की लंबी यात्रा के बाद रविवार सुबह छह बजे एवरेस्ट पर चढ़ने में सफलता हासिल की. इस दौरान पूर्णा एवरेस्ट पर चढ़ने वाली सबसे कम उम्र की महिला पर्वतारोही भी बनी.