पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया है. देश की राजनीति के सबसे लोकप्रिय चेहरों में से एक वाजपेयी ने 93 साल की उम्र में दिल्ली के AIIMS में अंतिम सांसें लीं. जब वाजपेयी अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे थे तब उनसे मिलने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली पहुंचीं.
सभी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले ममता बनर्जी ने कहा, ‘पिछले महीने राजधानी प्रवास के दौरान भी उन्होंने एम्स जाकर पूर्व प्रधानमंत्री का हाल जाना था.’
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ममता ने कहा कि उनके बीजेपी के सबसे कदावर नेता के साथ व्यक्तिगत तौर पर बहुत अच्छे संबंध रहे. ममता ने कहा, ‘मुझे उनके साथ काम करने का अवसर मिला और मैंने उन्हें असाधारण तौर पर सज्जन इनसान पाया. वो सही मायने में स्टेट्समैन थे.’मुख्यमंत्री ने कहा, ‘चंद्रबाबू नायडू, नीतीश कुमार, नवीन पटनायक और अन्य क्षेत्रीय दलों ने उनके साथ मिलकर काम किया. वो अलग तरह के इनसान थे. वो बड़े दिल वाले थे और हम सब उनका सम्मान करते थे.’
ममता ने एनडीए के साथ पुराने दिनों को याद करते हुए कहा, ‘पूर्व पीएम वाजपेयी कोलकाता आए थे तो कालीघाट स्थित मेरे घर गए और वहां मेरी मां गायत्री देवी को चरण स्पर्श किया. मैं अटल जी की कृतज्ञ हैं कि उन्होंने मेरे घर आकर मेरी मां से मुलाकात की. अभी भी मैं उनके परिवार के साथ संपर्क में हूं.’
ममता ने कहा, ‘उनके जैसा कोई व्यक्ति अब मुश्किल से ही बचा होगा. उनका स्वभाव और काम करने का तरीका जिस तरह की आज बीजेपी है उसकी योजनाओं में फिट नहीं बैठता. हमने उनके साथ काम किया और उनकी सरकार जब एक वोट के साथ गिरी तब भी मजबूत खंभे की तरह उनके साथ खड़े रहे.’