पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का दिल्ली के एम्स में गुरुवार शाम को निधन हो गया. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की खासियत थी कि वह राजनीति में व्यावहारिक आम राय बनाते थे.
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वाजपेयी का यह गुण उस वक्त भी साबित हुआ था जब उनकी सरकार में शांतिपूर्ण ढंग से तीन नए राज्यों- छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और झारखंड का गठन हुआ था. छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और झारखंड का गठन क्रमश: एक नवंबर, 9 नवंबर और 15 नवंबर 2000 को हुआ था. छत्तीसगढ़ को मध्य प्रदेश, उत्तराखंड को उत्तर प्रदेश और झारखंड को बिहार से अलग कर राज्य बनाया गया था.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने भी बगैर किसी परेशानी के तीनों राज्यों के गठन के लिए वाजपेयी की काबिलियत की तारीफ की थी. उन्होंने एक ब्लॉग में लिखा था, ‘वाजपेयी जी के कार्यकाल में एनडीए ने तीन बड़े राज्यों- मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार को विभाजित कर तीन नए राज्य- छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और झारखंड बनाए थे और कोई परेशानी नहीं हुई थी.' पिछले महीने संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तीन राज्यों के गठन में वाजपेयी की भूमिका की तारीफ की थी.भारत रत्न श्री #AtalBihariVaajpayee जी के देहांत से आज एक युग का अंत हो गया। मृत्यु भले ही अटल सत्य है किंतु आप सदैव हर भारतीय के दिल में अमर रहेंगे। आज का खुशहाल छत्तीसगढ़ आपकी देन है। ढाई करोड़ प्रदेशवासियों की ओर से श्री वाजपेयी जी को सादर श्रद्धांजलि। pic.twitter.com/cqisALYRfu
— Dr Raman Singh (@drramansingh) August 16, 2018
उत्तराखंड के लोग अटल जी के सदैव ऋणी रहेंगे, वो हमेशा छोटे राज्यों के पक्षधर रहे और उनके कार्यकाल में उत्तराखंड का निर्माण हुआ। उत्तराखंड जैसे हिमालयी राज्यों के विकास के लिए सदैव तत्पर रहे। उत्तराखंड की समस्त जनता की ओर से अटल जी को भावपूर्ण श्रद्धान्जलि अर्पित करता हूं।
— Trivendra S Rawat (@tsrawatbjp) August 16, 2018
दिलचस्प बात यह है कि आज जब वाजपेयी इस दुनिया को छोड़कर चले गए तब इन तीनों ही राज्यों में बीजेपी की सरकारें हैं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने आज भी राज्य के गठन के लिए छत्तीसगढ़ की जनता की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि दी.