अटल बिहारी वाजपेयी बतौर प्रधानमंत्री अपने कार्यकाल के अंत में कश्मीर दौरे पर गए. इन दो दिनों में अटल बिहारी ने श्रीनगर एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी. श्रीनगर एयरपोर्ट के इस मॉर्डनाइजेशन के दो फायदे थे. पहला, श्रीनगर एयरपोर्ट की क्षमता दोगुनी होती. दूसरा, श्रीनगर को पूरी दुनिया से कनेक्ट किया जा सकता था.
इस दौर पर अटल बिहारी ने जम्मू-कश्मीर में नेशनल हाईवे डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की शुरुआत की. इस प्रोजेक्ट से श्रीनगर को फोर लेन हाईवे के जरिए कन्याकुमारी से जोड़ा जाना था.
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इन दोनों प्रोजेक्ट्स के साथ जम्मू-कश्मीर पहुंचे अटल ने हाल में हुए चुनावों में जीत कर आए मुफ्ती मोहम्मद सईद को बधाई दी और जम्मू-कश्मीर की जनता को चुनावों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने पर बधाई दी और कहा कि कश्मीर समस्या को बातचीत के जरिए सुलझा लिया जाएगा. बतौर प्रधानमंत्री अटल बिहारी ने कहा कि बंदूक के दम पर किसी समस्या को हल नहीं किया जा सकता. वहीं कश्मीर समस्या को हल करने के नीति को शब्दों में रखते हुए अटल बिहारी ने कहा कि वह तीन सिद्धांत- इंसानियत (Humanism), जम्हूरियत (Democracy) और कश्मीरियत (हिंदू-मुस्लिम दोस्ती की परंपरा) पर चलते हुए इस समस्या को हल करने के पक्ष में हैं.
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श्रीनगर में अटल बिहारी ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के लोगों भरोसा दिलाया कि केन्द्र सरकार उनके दुख-दर्द में उनके साथ है. राज्य में सभी की समस्याओं को सुना जाएगा और मिलजुल कर हल किया जाएगा. अटल बिहारी ने राज्य के लोगों से कहा कि दिल्ली का दरवाजा और दिल हमेशा राज्य की जनता के लिए खुला रहेगा.
अपने इस श्रीनगर दौर पर अटल बिहारी ने पाकिस्तान को दोस्ती का हाथ बढ़ाते हुए का कि दोस्ती का हाथ दोनों तरफ से बढ़ाया जाना चाहिए.
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भारत-पाकिस्तान रिश्तों पर अटल बिहारी ने कहा दोनों देश संकल्प लें की शांति के माहौल में एक साथ रहना बेहद जरूरी है.
अटल बिहारी वाजपेयी के इस दो दिन के दौरे के आखिरी दिन ऊधमपुर (Udhampur), श्रीनगर (Srinagar) और बारामुल्ला (Baramulla) रेलवे लाइन बिछाने की नींव रखी गई. इस प्रोजेक्ट से 15 अगस्त 2007 तक कश्मीर घाटी में भारतीय रेल को दौड़ाने का टार्गेट रखा गया.
वहीं पाकिस्तान से रिश्तों पर अटल बिहारी ने कहा कि सीमा-पार से घुसपैठ को बंद करने और आंतकियों ठिकानों को ध्वस्त करने से बातचीत का रास्ता खुल सकता है. वहीं अटल बिहारी ने कहा कि इस बातचीत में जम्मू-कश्मीर समेत सभी मुद्दों पर बातचीत हो सकती है.