पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया. सोमवार दोपहर को उन्हें रुटीन चेकअप के लिए एम्स लाया गया, जिसके बाद उनका डायलिसिस किया गया. बताया जा रहा है कि उनकी सेहत में सुधार हो रहा है. अटल ने तीन बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. इस दौरान परमाणु परीक्षण, कारगिल युद्ध समेत भी कई ऐसी उपलब्धियां रहीं जो हमेशा याद किया जाता है.
स्वर्णिम चतुर्भुज की नीति
अटल सरकार ने देश के बड़े शहरों को सड़क मार्ग जोड़ने का बीड़ा उठाया. इसके लिए सरकार ने 5846 कि.मी. की स्वर्णिम चतुर्भुज योजना लॉन्च की. इसे दुनिया के सबसे लंबे राजमार्गों में से एक माना गया.
इसके तहत राजमार्गों का एक नेटवर्क है जो देश के चार प्रमुख महानगरों को चार दिशाओं – दिल्ली (उत्तर), चेन्नई (दक्षिण), कोलकाता (पूर्व) और मुंबई (पश्चिम) में जोड़ता है.
सबसे बड़े राजमार्ग की महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत 2001 में हुई थी. साल 1999 में इस परियोजना का आयोजन पूरा हुआ था लेकिन निर्माण कार्य आधिकारिक तौर पर 2001 में शुरू हुआ था. पहले इसे पूरा करने का लक्ष्य 2006 तक रखा गया था. लेकिन ऐसा नहीं हो पाया था.
इसके अलावा भी अटल सरकार की ओर से प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की शुरुआत की गई. इस योजना का लक्ष्य था कि गांव के 500 या उससे अधिक वाली आबादी के गांवों को सड़क से जोड़ना का प्लान था. आधिकारिक तौर पर इस योजना की साल 2000 में हुई थी.
बता दें कि रुटीन चेकअप के लिए अटल बिहारी वाजपेयी को सोमवार को एम्स लाया गया था, जहां पर उनका डायलिसिस हुआ. बताया जा रहा है कि उन्हें यूरिन इन्फेक्शन है. वो लंबे वक्त से बीमार हैं और 2009 से व्हील चेयर पर हैं.