पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) के निधन पर पूरे देश में शोक की लहर है. एक तरफ जहां देश भर के नेताओं ने अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी, वहीं दूसरी ओर विदेशी नेता भी अटल बिहारी की अंतिम यात्रा में शामिल हुए.
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अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए भूटान के किंग जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक दिल्ली आए. उन्होंने पीएम मोदी के साथ बीजेपी हेडक्वार्टर में अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी. नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली भी पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे तो वहीं अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई भी वाजपेयी के अंतिम संस्कार में शामिल हुए.
King of Bhutan Jigme Khesar Namgyel Wangchuck pays last respects to former PM #AtalBihariVajpayee at Smriti Sthal pic.twitter.com/0t5KiYojtI
— ANI (@ANI) August 17, 2018
Former Afghanistan President Hamid Karzai and Sri Lanka acting Foreign Minister Lakshman Kiriella pay last respects to former PM #AtalBihariVajpayee at Smriti Sthal pic.twitter.com/BaWegOx4mi
— ANI (@ANI) August 17, 2018
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अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम संस्कार में पाकिस्तान के कार्यवाहक कानून एवं सूचना मंत्री सईद जफर अली अपने देश के प्रतिनिधि के रूप में वाजपेयी के अंतिम संस्कार में शामिल हुए. इसके अलावा बांग्लादेश के विदेश मंत्री अबुल हसन महमूद अली और श्रीलंका के कार्यवाह विदेश मंत्री लक्ष्मण किरिएला ने भी दिल्ली आकर अटल बिहारी वाजपेयी को अंतिम विदाई दी.
Bangladesh Foreign Minister Abul Hassan Mahmood Ali arrives in Delhi, he will attend the funeral of former PM #AtalBihariVajpayee. pic.twitter.com/oRtSqslSVR
— ANI (@ANI) August 17, 2018
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी की अंतिम यात्रा बीजेपी हेडक्वार्टर से शुरू होकर राष्ट्रीय स्मृति स्थल पहुंची. जहां पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का अंतिम संस्कार किया गया.
दलाई लामा ने वाजपेयी के निधन पर शोक जताया
तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि देश ने एक प्रख्यात नेता को खो दिया है. दलाई लामा ने वाजपेयी की दत्तक पुत्री नमिता भट्टाचार्य को लिखे पत्र में कहा, मुझे उनसे परिचय का सौभाग्य रहा और उन्हें मित्र कहते हुए मुझे सम्मान महसूस होता है.