भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु सहयोग समझौते संबंधी विधेयक को अमेरिकी सीनेट में मंजूरी जरूर मिल गई, लेकिन साथ ही अमेरिकी विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस ने चेतावनी दी है कि यदि भारत ने भविष्य में कोई परमाणु परीक्षण किया, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे.
बुधवार को जब सीनेट में करार संबंधी विधेयक पर बहस शुरू हुई, तो राइस ने सीनेट में बहुमत के नेता हैरी रीड को एक पत्र भेजा. उन्होंने पत्र में लिखा कि बुश प्रशासन बिना किसी संशोधन के समझौते को पारित करना चाहता है. लेकिन उन्होंने आश्वस्त किया कि भारत द्वारा भविष्य में परमाणु परीक्षण किए जाने के बेहद गंभीर परिणाम होंगे और सहयोग खत्म करने के अलावा भारत पर अन्य प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं.
हालांकि राइस का मानना है कि भारत सरकार परीक्षण पर लगाई गई स्वैच्छिक रोक की अपनी घोषणा पर कायम रहेगी. उन्होंने कहा कि भारत ने यह बात सितंबर माह में भी दोहराई है.