सुप्रीम कोर्ट जजों का विवाद सुलझा या नहीं, इस पर अभी भी तस्वीर साफ नहीं हो पा रही है. सोमवार को अटॉर्नी जनरल ऑफ इंडिया के.के वेणुगोपाल और बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने विवाद खत्म होने का दावा किया था. जिसके बाद आज वेणुगोपाल ने कहा कि इसमें अभी वक्त लग सकता है.
हालांकि, इस बीच खबर ये आई है कि मंगलवार को चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने शिकायत करने वाले चारों जजों से मुलाकात की है. बताया जा रहा है कि चीफ जस्टिस और नाराज जजों के बीच करीब 15 मिनट तक बातचीत हुई है.
मुलाकात में कुल 8 जस्टिस
सूत्रों के मुताबिक, चीफ जस्टिस की मुलाकात के दौरान चार जजों के अलावा तीन और जज भी थे. इनमें जस्टिस सीकरी, जस्टिस चंद्रचूड़ और जस्टिस संजय किशन कौल भी मौजूद रहे. बताया जा रहा है कि चार जजों के साथ हुई इस बातचीत में वकील प्रशांत भूषण के पत्र और उनकी इनहाउस इन्क्वायरी डिमांड पर चर्चा हुई. सूत्रों का ये भी कहना है कि चीफ जस्टिस कल फुल कोर्ट रिजोल्यूशन बुलाकर विवाद को विराम दे सकते हैं.
सूत्रों के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के लाउंज में हर रोज की तरह आज भी सभी जस्टिस पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि जब बाकी जज लाउंज से चले गए तब चीफ जस्टिस और आरोप लगाने वाले चारों जस्टिस वहां रुके और उनके बीच बातचीत हुई.
इससे पहले मंगलवार सुबह अटॉर्नी जनरल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जजों के बीच जो विवाद पैदा हुआ था, लगता है वो अभी खत्म नहीं हुआ है. वेणुगोपाल ने दावा किया है कि ये विवाद पूरे तरीके से समाप्त होने में 2-3 दिन का वक्त लग सकता है. हालांकि, सोमवार को उन्होंने आजतक से बातचीत में कुछ और ही दावा किया था.
उन्होंने कहा था कि जजों के बीच जो विवाद था, वो खत्म हो चुका है. उन्होंने कहा कि पूरा मामला सुलझ गया है और अब सबकुछ ठीक है.
वहीं बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामला सुलझने का दावा किया था. बार काउंसिल ने इस मामले को घर की लड़ाई बताया था. काउंसिल के चेयरमैन मनन मिश्रा ने मीडिया को बताया कि जजों ने मिलकर ही इस विवाद को सुलझा लिया है.