स्विट्जरलैंड काले धन की जांच में भारत के साथ सहयोग का इच्छुक है और उसने कहा है कि दोनों देशों के बीच टैक्स संबंधी सूचनाओं के आदान-प्रदान की व्यवस्था पर बातचीत घरेलू प्रक्रियाओं के तय कर लिये जाने के बाद ‘जल्द-से-जल्द’ शुरू होगी.
स्विट्जरलैंड, यूरोपीय संघ से इस बारे में समझौता कर चुका है और उसके पश्चात ही उसने भारत के संबंध में यह बयान दिया है. स्विट्जरलैंड को लंबे समय से विदेशियों के काले धन की एक सुरक्षित पनाहगाह के रूप में देखा जाता रहा है. अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच स्विट्जरलैंड कर संबंधी सूचनाओं के आदान-प्रदान की वैश्विक व्यवस्था को अपनाने पर सहमति जता चुका है.
गौरतलब है कि भारत स्विटजरलैंड में कथित रूप से काला धन जमा करा रखे अपने नागरिकों के बारे में सूचनाएं हासिल करने के लिये जोरदार प्रयास कर रहा है. साथ ही वह विदेश में अघोषित आय और संपत्ति रखने वालों के खिलाफ कानून सख्त करने की तैयारी में है.
स्विट्जरलैंड वित्त विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि स्विट्जरलैंड में आंतरिक व्यवस्था का काम पूरा कर लिये जाने के बाद भारत के साथ कर संबंधी सूचनाओं के स्वत: आदान-प्रदान पर बातचीत जल्द-से-जल्द शुरू होगी. प्रवक्ता ने इस संबंध में दोनों पक्षों के अधिकारियों के बीच अक्तूबर में हुई बैठक का उल्लेख किया.
प्रवक्ता ने कहा, 'स्विट्जरलैंड ने इस संबंध में भारत द्वारा जाहिर की गई रुचि पर गौर किया. राजस्व सचिव शक्तिकांत दास और स्विट्जरलैंड के स्टेट सेक्रेटरी जेडी वोटेविले के बीच सहमति बनी थी कि सूचनाओं के स्वत: आदान प्रदान के लिये कानून आधार की मंजूरी के संदर्भ में स्विट्जरलैंड की घरेलू प्रक्रिया पूरी होने के बाद बातचीत शुरू होगी.'
- इनपुट भाषा