रेलवे ने ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन यानी एटीवीएम को दोबारा शुरू करने की तैयारी कर ली है. देश भर में एक हजार से ज्यादा एटीवीएम तकनीकी खामियों के चलते बंद कर दी गईं थीं.
इन मशीनों के सॉफ्टवेयर की कमी को दूर करके रेलवे अब इन्हें दोबारा शुरू करने जा रहा है. सब कुछ ठीक रहा तो अक्टूबर के दूसरे हफ्ते से देश भर में एटीवीएम की सेवा दोबारा शुरू कर दी जाएगी. फिलहाल मशीन के सॉफ्टवेयर में कई बदलावों के बाद इसकी जांच का काम चल रहा है. इन मशीनों से कुछ जगहों पर टिकट निकल जाने के बाद भी स्मार्ट कार्ड से रेलवे को पैसे न मिलने के चलते इन्हें बंद कर दिया गया था. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर इस तरह की छह मशीनें हैं.
मशीन में नहीं चलेंगे कटे-फटे नोट
एटीवीएम मशीनों से कैश के जरिए पैसे निकालने के लिए आपको साफ सुथरे व अच्छे नोट प्रयोग करने होंगे. नकली नोटों से बचाव के लिए मशीनों में रुपये पहचाने के लिए लगाए गए फीचर्स
को काफी सख्त कर दिया गया है.
कार्ड में बदलाव पर भी हो रहा है काम
इस बात पर विचार किया जा रहा है कि स्मार्ट कार्ड में रिचार्ज की सुविधा दी जाए या इन्हें डेबिट या क्रेडिट कार्ड की तरह सुरक्षित बनाया जाए. इन कार्डों में रिचार्ज की सुविधा होने पर इन्हें
कॉपी किए जाने की संभावना बढ़ जाती है. वहीं इन्हें डेबिट या क्रेडिट कार्ड की तरह बनाए जाने पर इसमें यात्री की जानकारी होगी और जो पैसा यात्री जमा कराएगा वह सर्वर पर जमा हो
जाएगा.
मशीनों को बनाया गया और सुरक्षित
ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीनों में तकनीकी खामी को देखते हुए इन मशीनों को शुरू करने से पहले सुरक्षा की दृष्टि से इनमें कई बदलाव किए गए हैं. इन मशीनों में अब स्मार्ट कार्ड के
वैरिफिकेशन के कई स्तर बनाए गए हैं. मशीन में ऐसी व्यवस्था भी की जा रही है कि टिकट निकलने के बाद यदि कार्ड से पैसा नहीं कटता है तो मशीन अपने आप कार्ड को ब्लैक लिस्ट कर
देगी और इस कार्ड की सूचना सर्वर को भेज देगी. फिर यह सूचना रेल अधिकारियों तक पहुंच जाएगी.
स्मार्ट कार्ड लेने पर खिचेगी फोटो
कार्ड के जरिए एटीवीएम मशीनों से टिकट लेने पर ऐसे यात्रियों की पहचान करना मुश्किल हो गया जिन्होंने कार्ड के साथ छेड़छाड़ कर टिकट लिए. ऐसे में रेलवे स्मार्ट कार्ड खरीदने वालों का
एक डेटा बैंक तैयार करने की योजना बना रहा है. जो यात्री काउंटर से स्मार्ट कार्ड खरीदेंगे उनका एक फोटो काउंटर पर खींचा जाएगा. इस फोटो को कार्ड नम्बर के साथ सुरक्षित रखा
जाएगा.
इसलिए बंद हुई एटीवीएम मशीनें
रेलवे ने जांच में पाया कि पूना में एक व्यक्ति ने एटीवीएम मशीनों से टिकट निकालने के लिए प्रयोग होने वाले स्मार्ट कार्ड को कॉपी कर कई कार्ड बना लिए हैं. इस व्यक्ति ने मशीन कैसे
काम करती है यह समझ कर कई कार्ड बनाए. इन कार्डों के जरिए वह मशीन से टिकट निकाल लेता और कार्ड से पैसे भी नहीं कटते. इस व्यक्ति के पास ऐसे 22 कार्ड पाए गए थे.