देश की प्रमुख इस्लामी शिक्षण संस्था दारुल उलूम देवबंद ने देश भर के मुसलमानों से अपील की है कि बकरीद के मौके पर वे गाय की कुर्बानी न करें क्योंकि इससे एक धर्म विशेष के लोगों की भावनाएं आहत होती हैं और सामाजिक सद्भाव बिगड़ने का खतरा होता है.
दारुल उलूम के मुहतमिम (कुलपति) मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने सोमवार को एक बयान में कहा, 'देश के कुछ राज्यों में गाय की कुर्बानी पर पाबंदी है और कुछ में नहीं हैं. मुसलमानों से अपील की जाती है कि वे गाय की कुर्बानी से बचें क्योंकि इससे सद्भाव बिगड़ सकता है.'
यह संस्था हर साल बकरीद के मौके पर मुसलमानों को गाय की कुर्बानी से बचने की सलाह देती है.