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यूपी: 90 वर्षीय महिला ने कोरोना से जीती जंग, महज 8 दिनों में अस्पताल से लौटीं घर

90 वर्षीय कैलाशपति के नाती अनुराग त्रिपाठी, (सचिव, सीबीएसई) ने बताया कि समय पर इलाज, नियमित दिनचर्या, मेहनतकश स्वभाव, सकारात्मक सोच, उदार एवं सरल वक्तित्व के कारण वह जल्दी स्वस्थ हो गईं. उन्हें करोना का कोई साइडइफ़ेक्ट भी नहीं हुआ. 

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90 वर्षीय कैलाशपति ने कोरोना को दी मात
90 वर्षीय कैलाशपति ने कोरोना को दी मात
स्टोरी हाइलाइट्स
  • यूपी में 90 वर्षीय महिला ने कोरोना को हराया
  • 8 दिनों में अस्पताल से लौटीं घर
  • करोना का कोई साइडइफ़ेक्ट भी नहीं हुआ

देश में कोरोना वायरस के कहर से हर कोई बेहाल है. इस वायरस से लाखों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. लेकिन बड़ी तादाद में लोग इस कोरोना वायरस को मात देकर स्वस्थ भी हो रहे हैं, फिर चाहे वो जवान हो या फिर बुजुर्ग. ऐसी ही एक 90 वर्षीय महिला कोरोना से ठीक होकर घर लौटीं तो परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. यूपी की रहने वाली बुजुर्ग महिला ने महज आठ दिन में ही खतरनाक कोरोना वायरस को हरा दिया.

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आपको बता दें कि 90 वर्षीय कैलाशपति ने कोरोना को आठ दिनों में हरा दिया. वह अयोध्या के शिवनगर की निवासी हैं. कोरोना से पीड़ित कैलाशपति नोएडा के जेपी हॉस्पिटल में लगभग 8 दिनों तक भर्ती रहीं, जहां इलाज के बाद कोरोना से जंग जीतकर वे अपने घर सकुशल लौट आईं. 

यह जानकारी कैलाशपति के बड़े बेटे जनकल्याण बाल विद्या मंदिर, शिवनगर (फैजाबाद) के प्रबंधक मदन मोहन त्रिपाठी ने दी. मोहन का कहना था कि यदि इंसान सकारात्मक सोच रखेगा तो उसकी जीत निश्चित है. 

वहीं, कैलाशपति के नाती अनुराग त्रिपाठी, (सचिव, सीबीएसई) ने बताया कि समय पर इलाज, नियमित दिनचर्या, मेहनतकश स्वभाव, सकारात्मक सोच, उदार एवं सरल वक्तित्व के कारण वह जल्दी स्वस्थ जो गईं. उन्हें करोना का कोई साइडइफ़ेक्ट भी नहीं हुआ. 

गौरतलब है कि कोरोना से सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों को बताया जाता है. ऐसे में कोरोना नियमों के तहत बुजुर्गों का खास ख्याल रखने, भीड़-भाड़ से दूर रहने आदि की सलाह दी जाती है. ऐसे में 90 वर्षीय कैलाशपति का कोरोना से आठ दिनों में ठीक होना, समाज में अच्छा संदेश देगा. 

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