scorecardresearch
 

अयोध्या में भव्य राम मंदिर का समय निकट: वीएचपी अध्यक्ष कोकजे

वीएचपी की केंद्रीय प्रबंध समिति की 2 दिन की बैठक के पहले दिन की शुरुआत के मौके पर अध्यक्ष जस्टिस विष्णु सदाशिव कोकजे ने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का समय निकट है.

Advertisement
X
कोकजे
कोकजे

Advertisement

विश्व हिंदू परिषद(वीएचपी) ने  सुप्रीम कोर्ट से राम मंदिर मामले की सुनवाई जल्द पूरी करने का आग्रह किया है. वीएचपी ने कहा कि कोर्ट मामले की सुनवाई जल्द पूरी करे ताकि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाया जा सके.

वीएचपी की केंद्रीय प्रबंध समिति की 2 दिन की बैठक के पहले दिन की शुरुआत के मौके पर अध्यक्ष जस्टिस विष्णु सदाशिव कोकजे ने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का समय निकट है. वर्षों के संघर्ष की वजह से ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर का समय निकट आता दिख रहा है.

उन्होंने कहा कि 1984 से ही राम जन्मभूमि का मामला हमारे लिए अहम रहा है. हम चाहते हैं कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बने. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कोकजे ने कहा कि जो लोग हमारी आलोचना करते थे, आज वह खुद जनेऊधारी हिंदू बनने का दिखावा कर रहे हैं. यह सब वीएचपी समाज द्वारा किए गए कार्यों का ही नतीजा है.

Advertisement

कोकजे का यह भी कहना है कि विश्व हिंदू परिषद ने समाज में सामाजिक समरसता बनी रहे,  इसके लिए बहुत से कार्य किए हैं. हम चाहते हैं कि पिछड़े वर्गों को आगे लाया जाए. उनको गले लगाया जाए. यह सरकार की नहीं बल्कि हम सब की जिम्मेदारी है. 2 दिन की बैठक में वीएचपी धर्म परिवर्तन, गौ हत्या, विदेशी घुसपैठ जैसे अनेक मुद्दों पर चर्चा करेगा.  

मंदिर निर्माण के लिए  50 फ़ीसदी से ज्यादा तैयारी पूरी

'आज तक' ने रविवार को राम जन्मभूमि कार्यशाला का जायजा लेने पहुंचा. इस दौरान मालूम पड़ा कि मंदिर निर्माण के लिए 50 फ़ीसदी से ज्यादा तैयारी पूरी है. गर्भ गृह के लिए पत्थर भी तराशे जा चुके हैं , जबकि मंदिर का प्रथम तल बनाने की पूरी तैयारी हो चुकी है. लेकिन मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद ही अब बाकी की तैयारी होगी.

'आज तक' ने मंदिर निर्माण के लिए 28 सालों से पत्थर तराशने वाले गुजरात के मनु भाई सोमपुरा से बात की. बातचीत में मालूम पड़ा कि मंदिर निर्माण के लिए 50 फ़ीसदी से ज्यादा पत्थर तराशे जा चुके हैं. गर्भ गृह पूरा बनकर तैयार किया जा चुका है. मंदिर के प्रथम तल के लिए 106 पिलर बन चुके हैं, दीवारें तराश दी गई हैं. इनको भी मंदिर बनने के लिए बस हरी झंडी का इंतजार है.

Advertisement
Advertisement