आज बाबरी कांड की 17वीं बरसी है. तनाव भरी इस तारीख पर राम की नगरी अयोध्या की रखवाली केंद्रीय सुरक्षा बलों के हवाले कर दी गई है. पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों की गश्त चल रही है. चप्पे-चप्पे पर बंदूकधारी जवानों की नज़र है.
प्रशासन कोई जोखिम नहीं लेना चाहता, इसलिए एनएसजी कमांडो को भी हर पल सतर्क रहने को कह दिया गया है. राम की नगरी की रखवाली के लिए इंतज़ाम बाबरी कांड की 17वीं बरसी पर किसी अनहोनी से निपटने के लिए किया गया है. अयोध्या में श्रद्धालुओं के आने-जाने पर कोई रोक तो नहीं है, लेकिन यहां चल रही सुरक्षा जांच से श्रद्धालु भी सहम गए हैं. सड़कों पर पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों के साथ रैपिड एक्शन फोर्स तैनात है.
पहले भी बाबरी कांड की बरसी पर सुरक्षा के इंतज़ाम होते थे, लेकिन इस बार प्रशासन ने एनएसजी कमांडो को भी अलर्ट कर दिया है, ताकि ज़रूरत पड़ने पर कार्रवाई में कोई देर ना हो जाए.
बाबरी कांड की बरसी पर सियासी कर्मकांड हर साल होते रहे हैं, लेकिन इस बार लिब्रहान आयोग की रिपोर्ट सामने आने के बाद मामला थोड़ा ज़्यादा संजीदा है. यूपी सरकार ने पूरे प्रदेश में बाबरी कांड पर धरना-प्रदर्शन या जुलूस निकालने पर पाबंदी लगा दी है.