अयोध्या फैसले पर सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला आ चुका है. इस फैसले पर मुस्लिम पक्षकार एम सिद्दीकी ने पुनर्विचार याचिका दाखिल भी की है और जल्द ही ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भी रिव्यू याचिका दायर करेगा. इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'यह एक हकीकत है, चाहे वहां कुछ भी बने. वहां मस्जिद थी, है और रहेगी.'
अयोध्या मामले पर आए सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी सवाल उठा चुके हैं. ओवैसी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट सबसे बड़ा है, पर अचूक नहीं. ओवैसी ने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की तरह वह भी फैसले से सहमत नहीं हैं.
ओवैसी ने अयोध्या फैसले को तथ्यों के ऊपर आस्था की एक जीत बताया. सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने आशंका व्यक्त की कि संघ परिवार कई अन्य मस्जिदों के मामलों में इस फैसले का उपयोग कर सकता है, जिस पर उनके दावे हैं. उन्होंने कहा कि उनकी सूची में मथुरा, काशी और लखनऊ की मस्जिदें शामिल हैं.