उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा नेता आजम खान सेना पर बेहद आपत्तिजनक बयान देकर फंस गए हैं. अब आजम खान ने अपने बचाव में कहा है कि मैंने सेना पर रेप का आरोप नहीं लगाया है. मेरे बयान को गलत तरीके से लिया गया है. मैंने अखबार में छपी खबरों के आधार पर अपनी बात रखी. गौरतलब है कि हाल ही में छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमलों में शहीद सुरक्षाकर्मियों के प्राइवेट पार्ट्स काटे जाने की खबरें सामने आई थीं.
आजम खान ने कहा कि देश का दलित-मुसलमान परेशान है. मैं फासीवादी ताकतों का आइटम गर्ल बन गया हूं. बीजेपी के लिए मैं नफरत का एजेंडा हूं. मेरे खिलाफ नफरत फैलाकर बीजेपी को वोट मिलते हैं. मुझसे प्यार कीजिए, नफरत मत कीजिए. मैं बच्चों को पढ़ाता हूं, यूनिवर्सिटी चलाता हूं. मैंने मेडिकल कॉलेज बनाया है. छोटे घर में रहता हूं. मेरा काम देखिए.
दरअसल आजम खान ने कहा था कि कश्मीर में जवानों को महिलाओं ने पीटा है. उन्होंने कहा कि कश्मीर में महिलाओं ने फौजियों के अंग काट लिए. असम और झारखंड में भी महिलाओं ने फौजियों को पीटा है. उन्होंने कहा कि मोदी राज में देश राह से भटक गया है. देश बैलेट की जगह बुलेट के मार्ग पर चल पड़ा है, जिसका परिणाम सभी के सामने है.
वहीं, सेना पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर बीजेपी ने आजम खान पर निशाना साधा है. बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि आजम खान जैसे लोग आतंकवाद के बचाव में बयान देते हैं. वह हमेशा ऐसा करते आ रहे हैं. वह कभी यह बयान देते हैं कि केवल मुसलममानों के कारण जीत हुई थी. सेना पर विवादित बयान देते हुए आजम ने कहा कि ऐसे घटनाओं से देश को शर्मिंदा होना चाहिए. संबित पात्रा ने उन्हें आईएसआई का एजेंट बताया. सपा से निष्कासित पूर्व प्रवक्ता दीपक मिश्र ने कहा कि आजम को ऐसा नहीं कहना चाहिए. इस तरह के बयान देने से सेना का विश्वास कमजोर होने लगता है. उन्हें इस तरह का विवादित बयान नहीं देना चाहिए.
जिला रामपुर में सपा कैंप कार्यालय में आजम ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे जीवन में सबसे बड़ा राजनीतिक मूवमेंट बाबरी मस्जिद राम जन्मभूमि का है, जिसकी आज भी हिन्दुस्तान कीमत अदा कर रहा है और शायद इसकी अदायगी आसानी से खत्म होने वाली नहीं है. आजम खां ने कहा कि हिन्दुस्तान का माहौल सबसे ज्यादा बदनसीब और निंदनीय है. उन्हेांने कहा कि अब हिन्दुस्तान अपने रास्ते से हट रहा है. देश के सियासती लोग बैलेट की बजाए बुलेट का रास्ता अख्तियार करना चाहते हैं, जिसका अंजाम सामने है. कश्मीर, झारखंड और असम में औरतें फौजियों को पीट रही हैं. रेप की घटनाओं के बदले में महिला दहशतगर्द उनके निजी अंग काटकर ले गईं. इससे पूरे हिंदुस्तान को शर्मिंदा होना चाहिए और सोचना चाहिए कि हम पूरी दुनिया को क्या मुंह दिखाएंगे.