समाजवादी पार्टी का मुस्लिम चेहरा और उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री आजम खान ने कहा है कि पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव की विश्व हिंदू परिषद के नेता अशोक सिंघल से मुलाकात का सूबे के मुसलमानों पर गलत संदेश गया है. खान ने कहा कि सिंघल और दूसरे अराजक तत्वों ने बाबरी मस्जिद को शहीद किया था. उनसे सभ्यता की उम्मीद करना नादानी होगी.
खान ने यहां एक बयान में कहा कि न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया भर के मुसलमान बाबरी मस्जिद की शहादत के लिए सिंघल को बराबर का मुजरिम मानते हैं. ऐसे लोगों से हाथ मिलाकर मुसलमानों में एक गलत संदेश जा रहा है. सिंघल जैसे लोगों को इतना महत्व दिया जाना ठीक नहीं है.उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख की सिंघल से मुलाकात को अखबारों में जिस तरह लिखा गया है उसने मुसलमानों के दिलों में लगे जख्मों को कुरेदा है.
कोर्ट का फैसला आने तक नहीं बनेगी बाबरी मस्जिद
खान ने कहा कि अगर बाबरी मस्जिद को बनाए जाने के लिये मध्यस्थता की जाती तो इस पर विचार किया जा सकता था लेकिन इस मुददे पर कई मुकदमे न्यायालयों में अर्से से विचाराधीन हैं और उन पर अंतिम फैसला होने तक बाबरी मस्जिद का पुनर्निर्माण सम्भव नहीं है.
क्यों मिले थे मुलायम से सिंघल
गौरतलब है कि विहिप नेता अशोक सिंघल और स्वामी चिन्मयानंद ने राम मंदिर के निर्माण को लेकर 25 अगस्त से प्रस्तावित साधु संतों की चौरासी कोसी अयोध्या परिक्रमा के सिलसिले में सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से गत शनिवार को भेंट की थी. अखिलेश सरकार ने हालांकि इस यात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. उधर मुलाकात के बाद विहिप नेताओं ने बताया कि उन्होंने मुलायम सिंह से अयोध्या में मंदिर निर्माण की दिशा में सहयोग करने का आग्रह किया था. विहिप नेताओं ने यह भी कहा कि उन्होंने सपा प्रमुख से दोनो समाजों के बीच सेतु बनकर वार्ता शुरू करवाने की भी अपील की थी.