एक बार योग गुरु बाबा रामदेव दिल्ली के रामलीला मैदान से सलवार-कमीज और दुपट्टे में भागे थे, लेकिन इस बार तो वे सलवार देखकर ही भाग गए.
यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी पर बाबा रामदेव के हमलों से नाराज कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं ने उन्हें सलवार और चूड़ियां देने की कोशिश की.
रायपुर में कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता बाबा रामदेव को मंगलवार शाम 7:00 बजे एयरपोर्ट पर सलवार और चूड़ियां देने पहुंची थीं. यह बात रामदेव को पता चल गई और वह किसी तरह बचते-बचाते एयरपोर्ट पहुंचे. इसके बावजूद महिला कार्यकर्ताओं ने उन्हें गाड़ी से उतरते हुए देख लिया और वे सलवार और चूड़ियों लेकर उनकी तरफ दौड़ीं.
महिला कार्यकर्ताओं को देखते ही बाबा रामदेव की रफ्तार बढ़ गई और वे तेजी से एयरपोर्ट के भीतर घुस गए. सुरक्षाकर्मियों ने महिलाओं को गेट पर ही रोक दिया. महिलाओं को रोक लिए जाने के बाद रामदेव ने लाउंज के भीतर से हाथ हिलाकर अभिवादन किया. इससे नाराज महिलाओं ने नारेबाजी तेज कर दी. रामदेव के चले जाने के बाद भी काफी देर तक वे नारेबाजी करती रहीं.
उधर, बाबा रामदेव को बीजेपी के पीएम इन वेटिंग नरेंद्र मोदी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह का प्रचार करना महंगा पड़ा है. सबसे पहले तो चुनाव आयोग ने छत्तीसगढ़ में बाबा रामदेव का राजकीय अतिथि का दर्जा छीना. उसके बाद चुनाव आयोग ने जिले के कलेक्टरों से रामदेव की सभाओं की रिपोर्ट मांगी है.
चुनाव आयोग ने कहा है कि अगर यह बात प्रमाणित होती है कि रामदेव ने अपनी सभाओं के जरिए चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है और अपनी सभाओं में उन्होंने किसी दल विशेष का प्रचार किया है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.