योग गुरु बाबा रामदेव एक बार फिर चर्चा में हैं. उत्तराखंड सरकार ने उनके खिलाफ एक-दो नहीं, बल्कि 81 मुकदमे दर्ज किए हैं. आज तक के साथ खास बातचीत में उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि इसके पीछे सोनिया और राहुल का हाथ है. पेश हैं उनसे बातचीत के अंश:
आपके खिलाफ एक दिन में 81 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. क्या कहेंगे आप?
मैं प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 81 मुकदमों का जवाब दूंगा. मैं अभी यही कहूंगा कि दुनिया के इतिहास में किसी हार्ड क्रिमिनल पर भी इतने सारे मुकदमे दर्ज नहीं हुए. ये सारे के सारे आरोप झूठे हैं. ये 81, 84 और 85 जितने भी मुकदमे हैं सबका सिलसिलेवार जवाब दूंगा. ये कांग्रेस की साजिश है. कांग्रेस अपनी हार से बौखला गई है इसलिए ये सब कर रही है. लेकिन छह महीने बाद कांग्रेस का आतंक खत्म हो जाएगा और वो आम चुनावों में 100 से भी कम सीटों पर सिमट जाएगी.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने आपके ऊपर किए गए मुकदमों के लिए एक विशेष प्रेस कांफ्रेंस बुला कर जानकारी दी?
मुख्यमंत्री किसी पार्टी का नहीं, राज्य का होता है. ये संवैधानिक पद है. लेकिन ये मुख्यमंत्री तो जज बन गए हैं. खुद ही आरोप लगा दिए, खुद ही फैसला सुना दिया. खुद ही प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर आरोप लगा रहे हैं. पूरा देश इन पर हंसेगा.
आप पर स्टांप ड्यूटी का आरोप लगा है?
बाबा ने आज तक एक रुपये की ना चोरी की और ही हेराफेरी की. मैं जमीन किसानों से ली है, सरकार से नहीं.
कांग्रेस पर ही आरोप क्यों लगा रही है?
कांग्रेस के लिए तीन संकट हैं- राहुल गांधी, घोटाला और बाबा रामदेव. कांग्रेस के लिए राहुल गांधी एक बड़ा क्राइसिस हैं. वो मोदी के सामने चीटी हैं. सालों पहले बोफोर्स और अब 2जी, कॉमनवेल्थ तथा कोलगेट जैसे लाखों करोड़ों के घोटालों से पीएम समेत पूरी कांग्रेस का मुंह काला हो गया है. कांग्रेस के लिए बाबा रामदेव सामाजिक और आध्यात्मिक संकट है.
आप पर अपने भाई के अपहरण का भी मुकदमा दर्ज हुआ है?
सब बकवास है. इन कांग्रेस वालों के साथ तो खुद प्रोफेशनल क्रिमिनल जुड़े हुए हैं. ये ड्रग्स, हत्या और बलात्कार का काम भी करते हैं. हम दिन रात अपने आश्रम में खोजी कुत्ते घुमाते हैं ताकि कुछ गड़बड़ ना हो जाए. सरकार का काम है जो लोग देश के निर्माण में लगे हैं उसके हाथ मजबूत करें, लेकिन ये तो लोगों के हाथ-पैरों में हथकड़ियां और मुंह में तालें डाल रही है. मोदी की तरह मुझ पर भी आरोप लगाए जाते हैं. ये सब सोनिया और उनके राजकुमार की साजिश है. फकीर वजीर के सामने लड़ाई लड़ रहा है.
गुजरात के गृह मंत्री अमित शाह ने लड़की की जासूसी करवाई. क्या ये सही है?
लड़की के पिता नरेंद्र भाई मोदी के दोस्त हैं. ये सीडी कपिल सिब्बल द्वारा उपलब्ध कराई गई है.
मोदी निजी हमला कर रहे हैं. राहुल गांधी को शाहजादा, सोनिया गांधी को बीमार और कांग्रेस को खूनी पंजा बोलते हैं. क्या ये भाषा उपयुक्त है?
भाषा की गरिमा सबको रखनी चाहिए. देश गाली-गलौज नहीं, बल्कि सुशासन, विकास और विचारों से बनता है. सोनिया बीमार हैं तो उन्हें बीमार ही कहा जाएगा. उन्हें शायद कैंसर है, हम तो यही दुआ करेंगे कि वो जल्द से जल्द ठीक हो जाएंगे. राहुल गांधी तो शहजादे की तरह ही बर्ताव करते हैं.
मोदी पीएम पद के उम्मीदवार हैं, लेकिन ऐसी भाषा का इस्तेमाल क्या सही है?
भारत मात्र मिट्टी का टुकड़ा नहीं है. खूनी पंजा जैसे शब्द कांग्रेस के चरित्र के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं.
आप बीजेपी और नरेंद्र मोदी के साथ पूरी तरह से जुड़ चुके हैं?
मैं मोदी के विचारों के साथ हूं.
आक्रामकता पर मोदी को क्या सलाह देंगे?
मोदी को आक्रमकता के साथ मुद्दों की बात करनी चाहिए. एक तरफ मुद्दों की बात और दूसरी तरफ आक्रमकता दिखानी होगी. दोनों काम एक साथ करने होंगे.
केजरीवाल-अन्ना विवाद पर आपका क्या कहना है?
केजरीवाल ने अन्ना की आत्मा को जो दुख पहुंचाया है वो सही नहीं है. अब इसमें अरविंद खुद शामिल हैं या उनके टीम के लोग, ये देखना होगा.