दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में रविवार को बाबा रामदेव के दिव्य योग मंदिर और भारत स्वाभिमान ट्रस्ट का रेजिंग डे समारोह है. इस सभा में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे. मोदी रामदेव के मंच से प्रधानमंत्री की बातों का जवाब दे सकते हैं. इस समारोह में बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और अरुण जेटली भी शिरकत करेंगे.
हमेशा मोदी का गुणदान करने वाले बाबा रामदेव ने भी समर्थन देने के लिए मोदी और बीजेपी के सामने शर्त रख दी है. हालांकि रामदेव ने उन्हें अपने कार्यक्रम का निमंत्रण जरूर दिया है, लेकिन मुमकिन है कि रामदेव को लेकर मोदी भी अपना रुख साफ कर सकते हैं. देश के अगले प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी का जितना बीजेपी समर्थन कर रही है, उतना ही समर्थन योग गुरु बाबा रामदेव भी करते आए हैं. 31 दिसंबर 2013 तक तो ऐसा ही लगता था, लेकिन 4 जनवरी को अचानक योग गुरु मोदी और बीजेपी से थोड़ा नाराज नजर आए. उन्होंने मोदी के सामने शर्त रखी है कि पहले विदेश में जमा देश का काला धन वापस लाने का वादा करें, तभी उन्हें समर्थन दिया जाएगा.
मोदी और बीजेपी के लिए रामदेव का ऐसा अल्टीमेटम पहली बार सुनाई दे रहा है. हालांकि रामदेव ने नरेंद्र मोदी को अपने मंच पर आमंत्रित भी किया है और माना जा रहा है कि रामदेव के अल्टीमेटम का मोदी भी कोई जवाब जरूर देंगे. जवाब उन शर्तों का भी मिल सकता है, जिनके बारे में शनिवार को बाबा रामदेव ने बोला.
इसके पहले तक रामदेव बीजेपी के पक्ष में थे, इनकी पुरानी बातों को सुनकर कोई नहीं कह सकता कि अब उन्होंने मोदी को समर्थन देने के लिए शर्तों का पुलिंदा तैयार कर लिया है. इसका भरोसा कांग्रेस भी नहीं कर पा रही है.
आपको बता दें कि 3 जनवरी को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि अहमदाबाद की सड़कों पर मास मर्डर कराने वाले को प्रधानमंत्री बनाना देश के लिए विनाशकारी होगा.