पीओके में हुए सेना के हमलो पर सियासी बयानबाज़ी जारी है और ऐसे में मोदी सरकार के मंत्री और गायक बाबुल सुप्रियो ने ये कहकर नई बहस छेड़ दी है कि पाकिस्तानी कलाकारों को भारत नहीं आने देना चाहिए. आजतक से ख़ास बातचीत में सुप्रियो ने अभिनेता सलमान खान के बयान पर भी निशाना साधा. ये हैं बाबुल सुप्रियो से बातचीत के अंश.
सवाल- सर्जिकल स्ट्राइक्स के सुबूत मांगे जा रहे हैं विपक्ष सवाल उठा रहा है.
बाबुल सुप्रियो- जो लोग सुबूत मांग रहे हैं क्या उन्होंने ओसामा बिन लादेन की मौत पर अमेरिका से सुबूत मांगा. क्या अमेरिका ने सबूत दिया. 10 साल से कांग्रेस सरकार ने कुछ नहीं किया लेकिन अब मोदीजी आतंकियों को जवाब दे रहे हैं. हैरानी है कि इन लोगों ने उरी में शहीद हुए जवानों के सुबूत नहीं मांगे. ये लोग लखवी या हाफिज सईद जैसे आतंवादियों को भारत के खिलाफ बोलने का मुद्दा दे रहे हैं. ये घटियापन कर रहे हैं यूपी चुनाव के लिए. इन्हें जनता ने हाशिये पर डाला है और आगे फिर डालेगी.
सवाल- आवाज़ बॉलीवुड से भी उठ रही है क्या कलाकारों को इसमें पड़ना चाहिए.
बाबुल सुप्रियो- पाकिस्तान आर्टिस्ट्स को भारत में नहीं आने देना चाहिए. वो लोग यहां से पैसा कमाकर भाग गए हैं और वहां जाकर आतंकवाद का विरोध भी नहीं कर रहे ये घटियापन है. शर्मनाक है. इसपर विरोध हो हम उसके साथ हैं हम खुद प्रदर्शन को लीड करने को तैयार हैं. लेकिन हमारे प्रोड्यूसर्स का पैसा ना मरे इसके लिए सिर्फ ये कहूंगा कि मौजूदा फिल्म पूरी हो जाय लेकिन उसके बाद टाइस खत्म किये जाएं. देश में सबको बोलने की आज़ादी है और इन बयानों से पता चलता है कि देश में कितना टॉलरेंस है. हमने मेहंदी हसन या गुलाम अली को उतना ही प्यार दिया जितना किशोर कुमार या रफ़ी साहब को दिया. लेकिन अब ये कलाकार आतंकवाद पर चुप क्यों हैं? मैं इस फैसले के साथ हूँ कि इन्हें भारत में ना आने दिया जाए.
सवाल- सलमान खान ने कहा कि हर पाकिस्तानी आतंकी नहीं है उन्हें वीजा सरकार देती है.
बाबुल सुप्रियो- सलमान खान को चुप्पी साधनी चाहिए थी उनके बयान से लोगों की भावनायें आहत हुईं हैं. आखिर क्यों दिया ये बयान उन्होंने. जोक चल रहा है कि सलमान की मूवी हाल में चलते वक़्त इंटरवल में सलीम खान आकर फर्स्ट पार्ट के लिए माफी मांगेंगे. उनकी बात से ये लग गया कि देश में कितना टॉलरेंस है जिसपर बिहार चुनाव के वक़्त डिबेट होती थी.