उत्तर भारत में अगले तीन दिनों में कुदरत का कहर बरसने की आशंका है. मौसम विभाग का अनुमान है कि पहाड़ी इलाकों में इतनी जबरदस्त बर्फबारी होगी कि 140 सेंटीमीटर तक की बर्फ की मोटी परत जम सकती है. मैदानी इलाकों में भारी बारिश के आसार हैं. भारी बारिश के साथ-साथ ओले पड़ने की भी आशंका है. मौसम विभाग का कहना है कि कुदरत के इस तरह अचानक रंग बदलने से आम लोगों को भारी दिक्कत होगी.
पश्चिमी विक्षोभ से आ रहा है संकट
एक ताकतवर वेस्टर्न डिस्टर्बेंस ईरान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से होते हुए उत्तर भारत में दाखिल होने जा रहा है. इस वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के 3 फरवरी तक उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है. इस वजह से पूरे के पूरे उत्तर पश्चिम भारत में तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है इसके साथ ही हिमालय के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का दौर भी शुरू हो जाएगा. दूसरा संकट है बंगाल की खाड़ी से आ रही पुरबा हवाएं. इनके कारण ही राजस्थान में एक कम दबाव का क्षेत्र भी बन रहा है. इस वजह से भी कुदरत का कोहराम बरस सकता है.
बारिश और बर्फ लाएगी मुसीबत
मौसम का बदलता मिजाज हर किसी पर मुसीबत बनकर टूटने वाला है. बारिश, ओले, ठंड और कोहरा मिलकर आफत का अंबार लगाने वाले हैं. 4 और 5 फरवरी को पहाड़ी इलाकों में 60 से 140 सेंटीमीटर तक की बर्फबारी संभव है. मैदानी इलाकों में दो तीन दिन तक हर दिन 2 से 3 सेंटीमीटर की बारिश संभव है. संकट तो इस बारिश और ओले से होने वाले असर का है. इससे खेती और फसल बर्बाद होंगे.
कोहरे से जूझता उत्तर भारत
मौसम की मार एक तरफ सड़क पर जहां जिंदगी तक को लील रही है, तो वहीं इसने ट्रेनों और विमानों की रफ्तार पर भी ब्रेक लगा दिया है. घंटों की देरी से विमान उड़ रहे हैं. कुछ रास्ते ऐसे हैं, जहां उड़ान भी मुमकिन नहीं है, तो ऐसे में रास्ते भी बदले जा रहे हैं. करीब-करीब हर ट्रेन देरी से चल रही है. कुछ को तो रद्द ही करना पड़ा है. इसके अलावा कोहरे के कारण सड़क पर हादसों की भरमार है.