भारी बारिश और भूस्खलन के बाद दस दिन के भीतर एक बार फिर शुक्रवार को बद्रीनाथ रूट बंद कर दिया गया. नेशनल हाईवे 58 पर जगह जगह मलबे के कारण सैंकड़ों लोग फंसे हुए हैं.
उत्तराखंड के चमोली जिले में मेंठाणा, पागल नाला, पिनोला घात, खचर नाला और लामबगड़ में रास्ते बंद हैं. सबसे बुरा हाल जोशीमठ से 15 किलोमीटर गोविंदघाट का है जहां साल 2013 से रोजाना चट्टान खिसकने के कारण यातायात बाधित होता है. चट्टानों के लगातार खिसकने के कारण बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन के कर्मियों को काफी परेशानी हो रही है.
बद्रीनाथ और हेमकुंड से ऋषिकेश या और हेमकुंड से बद्रीनाथ और फूलों की घाटी जाने वाले लोग फंसे हुए हैं. हालात ऐसे हैं कि यहां पैदल चलना भी मुमकिन नहीं.