बीजेपी नेता जसवंत सिंह का जिन्ना राग बाल ठाकरे को नहीं सुहाया. जसवंत ने अपनी किताब 'जिन्ना इंडिया पार्टीशन इंडिपेंडेंस' में मुहम्मद अली जिन्ना की जो तारीफ़ झोंकी है उस पर बाल ठाकरे ने जसवंत सिंह समेत पूरी बीजेपी को लपेटे में ले लिया है.
जिन्ना मसले पर क्यों फिसल जाती है भाजपा
शिवसेना के मुखपत्र सामना में बाला साहेब ने इसी विषय पर संपादकीय लिखा है. लेख में कहा गया है कि बीजेपी नेता ना जाने क्यों जिन्ना के मसले पर बार-बार फ़िसल जाते हैं. जिन्ना को श्रद्धा सुमन चढ़ाने के लिए बीजेपी नेताओं में होड़ लगी हुई है. ठाकरे ने लिखा है कि आडवाणी कुछ साल पहले पाकिस्तान गए थे तो उन्होंने भी जिन्ना को सच्चा सेक्युलर बताया था. अब जसवंत सिंह भी उसी कतार में खड़े हो गए हैं. जसवंत सिंह ने तो यहां तक कह डाला कि भारत-पाकिस्तान का बंटवारा जवाहर लाल नेहरू की वजह से हुआ.
ये सब कुछ किताब की पब्लिसिटी के लिए
बाल ठाकरे ने सीधा निशाना साधते हुए कहा कि जसवंत सिंह अपनी किताब की पब्लिसिटी दिलाने के लिए ऐसा कर रहे हैं. ठाकरे के मुताबिक हिंदुस्तान में मुसलमानों को बराबरी का अधिकार मिला है. राजनीति से लेकर न्याय व्यवस्था तक हर जगह मुसलमान क़ाबिज़ हैं ऐसे में भला जसवंत मुसलमानों की ख़राब दशा का रोना क्यों रो रहे हैं.